Bhopal Rape News: मामले को दबाने पर आरोपी परिचित का फिर साहस हुआ, निर्माणाधीन मकान में फिर बलात्कार का प्रयास
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल ताजा समाचार बागसेवनिया इलाके से सामने आया हैं। यहां आशिमा बिल्डर के निर्माणाधीन अनुपमा सिटी की महिला वर्कर से बलात्कार (Bhopal Rape News) की घटना हुई है। प्राथमिक जांच में यह पता चला है कि घटना ठेकेदार को बहुत पहले पता चल गई थी। लेकिन, कंपनी को बदनामी से बचाने के लिए पीड़िता को 10 हजार रुपए की रिश्वत देकर मामले को दबाया गया था। हालांकि पुलिस ने इन आरोपों को अपने रिकॉर्ड पर नहीं लिया है। उसका कहना है कि बलात्कार की घटना हुई है। जिसमें आरोपी और पीड़िता एक ही कंपनी में मजदूरी करते थे।
ठेकेदार ने इतनी दी थी राशि
बागसेवनिया थाना पुलिस के अनुसार घटना 25 फरवरी से शुरु हुई थी। पीड़िता यहां अनुपमा सिटी में मजदूरी करती थी। वह शादीशुदा होने के साथ—साथ उसके बच्चे भी है। आरोपी परिचित है और पीड़िता के समाज का ही है। इसलिए उससे मोबाइल फोन पर अक्सर बातचीत हुआ करती थी। इसका फायदा उठाकर उसने अनुपमा सिटी के निर्माणाधीन मकान में पीड़िता से बलात्कार किया था। पुलिस सूत्रों ने बताया कि इसकी शिकायत पीड़िता ने ठेकेदार सोहरन भौमिक से की थी। यह जानकारी लगने के बाद ठेकेदार ने पीड़िता को चुप रहने के लिए कहा। उसने कहा कि कंपनी की इससे बदनामी होगी। पीड़िता एफआईआर दर्ज न करे इसके लिए उसे 10 हजार रुपए भी दिए गए थे। उस वक्त मामला दब गया था।
बिल्डर कार्यालय से बोले कल बात करेंगे
इस मामले में आरोपी को पकड़ने में ठेकेदार सोहरन भौमिक ने ही पुलिस की मदद की थी। सूत्रों ने बताया कि आरोपी प्लम्बर है जो कोलार इलाके का रहने वाला है। उसने गुरुवार को फिर से निर्माणाधीन मकान में अकेला पाकर युवती के साथ बलात्कार करने का प्रयास किया। उस वक्त पीड़िता ने डायल—100 को कॉल करके मौके पर बुला लिया। मामले की जांच मिसरोद में एसआई अर्चना सिंह कर रही हैं। ठेकेदार की तरफ से रिश्वत देने के लगे आरोपों पर बिल्डर कार्यालय के मोबाइल नंबर जिसे तरुण लोखंडे ने उठाया प्रतिक्रिया के सवाल पर वे बचते रहे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वे कल बातचीत करेंगे।
घटनास्थल झुग्गी बताई गई
इस मामले में ऐसा नहीं है कि पुलिस ने भी कोई कसर छोड़ी हो। मामले में घटनास्थल बागमुगालिया झुग्गी बताई गई है। जबकि आरोपी ने अनुपमा सिटी में ही कई बार बलात्कार किया है। उससे थाने में हुई पूछताछ के बाद कई बयान सामने आए है। जिसको लेकर विरोधाभास होने को लेकर आरोपी को अदालत में पेश कर दिया गया। खबर है कि इस संबंध में पुलिस के अफसरों पर कई तरह के रसूखदारों की तरफ से एप्रोच लगाई गई थी। इस कारण मामले में विशेष जांच कराने की आवश्यकता है।