Bhopal Cop News: दर्जनों बार स्थायी वारंटी की धरपकड़ के लिए भोपाल में अभियान चले, उस दौरान तीन—तीन जारी स्थायी वारंटियों ने चोरी की डेढ़ दर्जन चोरी की वारदातों को अंजाम दिया, इस खुलासे के बावजूद धरपकड़ करने वाली टीम को 30 हजार रुपए का पुरस्कार, खरीद ली थी चल—अचल संपत्तियां, दो गिरफ्तार तीसरे की तलाश में पुलिस की टीम
भोपाल। सरकार ने पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली जनता को राहत दिलाने की लागू की थी। इस व्यवस्था में भोपाल (Bhopal Cop News) शहर यानि भोपाल अर्बन और भोपाल देहात रुरल बनाया गया था। जिसमें स्थायी वारंटियों पर नकेल लगाने का काम पुलिस विभाग का था। यह कितना कारगर रहा इसका खुलासा गिरफ्तार मामा—भांजे ने कर दिया। दरअसल, भोपाल शहर के कोहेफिजा थाना पुलिस ने पिछले दो साल से सक्रिय चोरों के एक गिरोह को दबोचा। वह रहते तो भोपाल देहात क्षेत्र में थे लेकिन वारदातें भोपाल अर्बन में आकर करते थे। ऐसी उन्होंने करीब डेढ़ दर्जन वारदात कर चुकी हैं। जिन्होंने इन वारदातों को अंजाम दिया उनके खिलाफ तीन—तीन स्थायी वारंट भी जारी थे। दो साल में विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए भोपाल पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली के तहत कई बार स्थायी वारंट को दबोचने की मुहिम भी छेड़ी थी। जिसमें इन बदमाशों का सुराग पुलिस को नहीं लगा यह सोचने वाली बात हैं।
48 तौला सोना, ढ़ाई किलो चांदी और इथोपिया की करंसी बरामद
यह है वह मामले जिनमें आरोपियों की पुलिस को तलाश थी
कपड़े बदलकर पुलिस को चकमा देते थे
नसीर खान और अफरोज खान को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। इस गिरोह का लोकन गैंग से कोई कनेक्शन नहीं पाया गया है। आरोपी हमेशा मुंह पर नकाब पहनकर वारदाते करते थे। जिस रास्ते से आते था उसे वापस जाने में इस्तेमाल नहीं करते थे। चोरी करने के लिए अतिरिक्त कपड़े पहनकर रहते थे। वारदात के बाद कपड़े बदल लेते थे। ताकि सीसीटीवी कैमरे में यदि कैद भी हो जाए तो पुलिस भ्रमित हो जाए। गिरोह की धरपकड़ में निरीक्षक बिजेन्द्र मर्सकोले, उनि अद्रियाना भगत, उनि रमेश शर्मा, उनि संजीव धाकड, उनि बाना सिंह पवार, सउनि शोभाराम, सउनि संतोष चौधरी, सउनि मेहमुद अली, सउनि चिन्ना (सायबर सेल भोपाल), प्रआर 997 विनोद सिसोदिया, प्रआऱ 258 लालचंद, प्र.आर.2850 रवीश रावत, प्रआर 1516 विष्णु प्रताप सिंह, प्रआर 1539 सतीष यादव, प्रआऱ शिवप्रसाद, प्रआर 1492 प्रदीप पाण्डेय, आरक्षक 3255 संतोष कुमार, आर 1602 रवि चौबे, आर 335 रविन्द्र सिंह, आर 3839 विजय बहादुर, आर.3540 प्रवीण, आर.3402 संजय साहू, आर अनिकेत, आऱ संजय मोर्य, आर लक्ष्मी नारायण, आर 3687 अलीशान खान, आर.3468 शैलेन्द्र सिंह चंदेल, आऱ 3012 गजराज सिंह, मआऱ किरण पटेल, मआऱ सोनम पटेल ने सराहनीय भूमिका निभाई है। पुलिस कमिश्नर ने टीम को 30 हजार रुपए का रिवार्ड देने का ऐलान किया है। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
खबर के लिए ऐसे जुड़े
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।