Job Fraud Racket: पहले सायबर क्राइम ने क्रेडिट कार्ड का मामला बताकर पल्ला झाड़ा था
भोपाल। पुलिस महकमे की जांच में बहुत तेजी आ गई है। मामला दिसंबर में सामने आया। फरवरी में अचानक एफआईआर हुई और उसके दो सप्ताह बाद ही खुलासा कर दिया गया। यह काम में तेजी पुलिस कमिश्नर प्रणाली लागू होने के बाद देखने को मिल रही है। घटना भोपाल सिटी के क्राइम ब्रांच थाने में दर्ज हुई थी। हालांकि जिस वक्त एफआईआर हुई थी तब प्रकरण को क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर हुई धोखाधड़ी (Job Fraud Racket) का बताया था।
ऐसे गिरफ्तार हुए आरोपी
भोपाल पुलिस की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार मल्टीनेशनल कंपनी में जॉब दिलाने के नाम पर दूध सागर मौर्य पिता महादेव मौर्य के साथ जालसाजी की गई थी। उससे करीब 81 हजार रुपए खाते में जमा कराए गए थे। दूध सागर मौर्य मिसरोद इलाके में रहते हैं। उन्होंने 09 दिसंबर को इसकी शिकायत की थी। उसके पास जॉब दिलाने के नाम पर एक लिंक शेयर की गई थी। इस मामले में क्राइम ब्रांच ने 22/2022 धारा 420 जालसाजी का प्रकरण दर्ज किया था। रजिस्ट्रेशन फार्म भरने के नाम पर बैंक से संबंधित जानकारी हासिल कर लेते थे। पुलिस ने इस मामले में दिल्ली के बवाना थाना क्षेत्र से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी अरविन्द कुमार (Arvind Kumar) पिता मुकेश कुमार उम्र 27 साल है। इसी तरह दूसरा आरोपी दीपक (Deepak Singh) पिता कर्म सिंह उम्र 26 साल है। दोनों आरोपी ग्राम दरियापुर कलां थाना बवाना नार्थ वेस्ट दिल्ली के रहने वाले हैं। दोनों आरोपियों ने कक्षा बारहवीं की पढ़ाई की है।
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