आईबी की सूचना पर आर्मी इंटेलीजेंस की मदद से गिरफ्तार सेना के क्लर्क को एमपी एटीएस ने लिया रिमांड पर
भोपाल। यदि आप फेसबुक चलाते हैं तो यह खबर आपके लिए भी है। गुप्तचर एजेंसियों ने जिस क्लर्क को (ISI Honey Trape) गिरफ्तार किया है, वह ऐसे ही फेसबुक के माध्यम से फंसा था। आरोपी को शुक्रवार दोपहर अदालत में पेश करके रिमांड पर लिया गया है।
जानकारी के अनुसार आरोपी अविनाश है। उसे भोपाल एटीएस अदालत में न्यायाधीश श्याम सुंदर झा के समक्ष पेश किया गया। एटीएस ने बताया कि आरोपी से डिजीटल सबूत जुटाने के लिए पूछताछ की जाना है। इसलिए रिमांड पर सौंपा जाए। अदालत ने एटीएस की मांग स्वीकारते हुए आरोपी को 26 मई तक के लिए रिमांड पर सौंप दिया। आरोपी अविनाश से एटीएस के अलावा आईबी और सैन्य गुप्तचर एजेंसियां पूछताछ कर रही है।
ऐसे फंसाया क्लर्क को
आरोपी अविनाश जिस फेसबुक को इस्तेमाल कर रहा था वह पाकिस्तान से जनरेटेड था। यह हूबहू वास्तविक फेसबुक जैसा दिखता है। जिसमें क्लर्क फंसता (ISI Honey Trape) चला गया। यहीं से जांच एजेंसी को खटका। दरअसल, उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी के कुछ कोडवर्ड ट्रैक करने में कामयाबी मिली थी। जिसमें मालूम हुआ कि अविनाश (ISI Honey Trape) हनी ट्रैप में फंस गया है। इसलिए उसके ऊपर दिसम्बर, 2018 से रैकी की जा रही थी।
यह दी थी जानकारियां
उच्च पदस्थ सूत्रों की माने तो अविनाश को पैसों की मदद भी मिली। वह फेसबुक पर चैट और वाट्सअप पर सैन्य सूचनाएं भेजता था। यह सूचनाएं सेना के अभ्यास और तैनाती को लेकर होती थी। अविनाश को लखनऊ मिलेट्री इंटेलीजेंस नजर रखे हुए थी। जांच एजेंसियां अविनाश की जहां—जहां तैनाती रही है वहां से जुड़ी जानकारियां भी जुटा रही है। एजेंसियां यह पता लगा रही है कि उसने कितनी और किस स्तर की सूचनाएं देश से बाहर (ISI Honey Trape) पहुंचाई है। यह पूछताछ गोपनीय जगह पर की जा रही है।