बंधक बनाकर पिता से बुलाई रकम, दो आरोपी गिरफ्तार, पुलिस ने मामूली धाराओं में प्रकरण को दबाया
भोपाल। शहर में सट्टे का कारोबार (BHOPAL CRIME) स्कूलों में पहुंच गया हैं। इस बात का खुलासा एक अपहरण के बाद सामने आया है। जिसमें आरोपियों ने बकायदा सट्टे की बकाया रकम लेने के बाद स्कूल के छात्र को रिहा किया है। इसके बावजूद पूरे मामले को हल्के अंदाज में लेते हुए पुलिस ने प्रकरण को बनाया।
टीटी नगर पुलिस के अनुसार कमला नगर इलाके के कोटरा सुल्तानाबाद में अनुज खरे पिता आमोद खरे उम्र 18 साल रहता है। वह कमला नेहरू स्कूल में कक्षा बारहवीं का छात्र हैं। उसे रविवार दोपहर दोस्त सैफी का (BHOPAL CRIME) फोन आया। उसने अनुज को जवाहर चौक स्थित यूनिक कॉलेज (BHOPAL CRIME) के सामने बुलाया। वह बस से वहां पहुंचा तो सैफी के अलावा उसका एक अन्य दोस्त उससे मिला। दूसरे दोस्त को वह पहचानता नहीं हैं। सैफी ने अनुज को चाय पीने के लिए अपने साथ चलने को कहा। मना करने के बावजूद (BHOPAL CRIME) सैफी उसे अपने साथ ले जाने में कामयाब रहा। साथ में उसके साथ आया दोस्त भी था।
पिता को फोन करके ली गई रकम
सैफी उसे खानू गांव (BHOPAL CRIME) बड़े तालाब किनारे ले गया। यहां वह उससे 50 हजार रुपए मांगने लगा। रकम नहीं देने पर मार देने की धमकी दी गई। इसके बाद सैफी ने छुरी निकाल ली (BHOPAL CRIME) और उसे दिखाकर अनुज को धमकाया गया। सैफी ने कहा कि आईपीएल में तू 2200 रुपए का सट्टा हारा था। जिसकी रकम ब्याज समेत 50 हजार रुपए पहुंच गई है। यह बात पिता को बताने की धमकी देकर उसे ब्लैकमेल (BHOPAL CRIME) भी किया गया। लेकिन, आरोपी सैफी के दोस्त ने उसके पिता को फोन लगाकर बेटे के बदले में (BHOPAL CRIME) 12 हजार रुपए लिए। जिसके बाद मामला टीटी नगर थाने पहुंचा।
घटनाक्रम को छुपा रही पुलिस
टीटी नगर थाना प्रभारी वीरेन्द्र चौहान से इस मामले में चर्चा की गई। उन्होंने इस प्रकरण से हटकर अलग कहानी (BHOPAL CRIME) बयां की। उन्होंने साफ किया कि मामला आईपीएल सटोरियों के गिरोह से जुड़ा हैं। जिसमें वास्तविकता का पता लगाया जा रहा है। इस मामले में फेजल नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा मामले की जांच की जा रही है।