इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने की थी कार्रवाई, भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने भी रिश्वत लेते अफसर को दबोचा
इंदौर/भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भ्रष्टाचार (Corruption) के खिलाफ जारी मुहिम में लोकायुक्त पुलिस (Lokayukt Police) ने दो भ्रष्ट सरकारी अफसरों (Corrupt Officer’s) को रिश्वत (Lokayukt Trap) लेते हुए दबोचा है। पहली कार्रवाई इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने की है जबकि दूसरी कार्रवाई भोपाल लोकायुक्त पुलिस ने अंजाम दी है। यह दोनों कार्रवाई पिछले चौबीस घंटों के भीतर की गई। लोकायुक्त पुलिस ने दोनों अफसरों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (Prevention Of Corruption Act) के तहत मुकदमा दर्ज किया है।
टीआई सस्पेंड
पहला मामला धार (Dhar) जिले के टांडा थाना क्षेत्र का है। यहां इंदौर (Indore) लोकायुक्त पुलिस ने कार्रवाई की थी। लोकायुक्त पुलिस को पिपलदिया निवासी प्रेम सिंह डाबर ने शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि उसके भाई के खिलाफ टांडा थाने में छेड़छाड़ का मुकदमा दर्ज है। इस मामले में टीआई सुभाष सुलिया (TI Subhash Suliya) परिवार के अन्य लोगों को आरोपी बनाने की धमकी दे रहे थे।
बचने के लिए उन्होंने 20 हजार रुपए मांगे थे। जिसमें से वह 12 हजार रुपए दे चुका था। लोकायुक्त पुलिस ने दूसरी किश्त पांच हजार रुपए देते हुए टीआई को दबोच लिया। इस कार्रवाई की खबर मिलने के बाद एसपी धार आदित्य प्रताप सिंह (SP Aditya Pratap Singh) ने टीआई सुभाष सुलिया को निलंबित कर दिया हैं।
बाबू रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार
इधर, दूसरी कार्रवाई को भोपाल लोकायुक्त (Bhopal Lokayukt) पुलिस ने अंजाम दिया। भोपाल लोकायुक्त पुलिस को आशीष कुमार आजाद (Ashish Kumar Azad) ने शिकायत की थी। आजाद खाद्य एवं आपूर्ति विभाग में तैनात हैं। उनका पिछले दिनों झाबुआ (Jhabua) तबादला हो गया था। इस तबादले के बाद उन्हें एरियर समेत अन्य राशि का भुगतान किया जाना था। इसी भुगतान के लिए वह हरदा में जिला खाद्य आपूर्ति विभाग (District Food Supply Department) के चक्कर काट रहे थे।
यहां तैनात सहायक ग्रेड—3 जितेन्द्र कुमार चौधरी (Jitendra Kumar Choudhry) रिश्वत देने पर नस्ती आगे बढ़ाने की धमकी दे रहा था। इस सूचना के बाद लोकायुक्त पुलिस ने बाबू को 8 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया। लोकायुक्त पुलिस ने बाबू के पास मौजूद अन्य फाइल का भी ब्यौरा विभाग से मांग लिया है। कार्रवाई के बाद लोकायुक्त पुलिस की टीम ने चौधरी के घर की तलाशी भी ली थी।