MP News: मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौंपा, जूडा भी हड़ताल पर, मंत्री से बातचीत के बाद काम पर लौटे
भोपाल/इंदौर। मध्य प्रदेश (MP News) में कोरोना का संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी संक्रमण की दर 19 फीसदी बताई जा रही है। इन संक्रमणों की वजह से शहर के अस्पताल में भारी भीड़ है। वह अस्पताल जहां गरीब ही जा सकता है वहां हालात काफी ज्यादा खराब है। यह भोपाल के जेपी अस्पताल से लेकर तमाम दूसरे कई अन्य शहरों में देखने को मिल चुका है। सरकार की तरफ से डॉक्टरों पर कलेक्टर के जरिए तनाव पैदा किया जा रहा है। यह कहते हुए इंदौर का स्वास्थ्य महकमा गुरुवार को विरोध पर उतर आया।
कलेक्टर को हटाए नहीं तो….
इंदौर के डॉक्टरों ने कमिश्नर के जरिए ज्ञापन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भेजा हैै। डॉक्टरों का आरोप है कि कलेक्टर मनीष सिंह स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ दुर्व्यवहार करते हैं। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि यदि कलेक्टर मनीष सिंह को हटाया नहीं गया तो वे 7 मई से काम नहीं करेंगे। कलेक्टर पर आरोप है कि उन्होंने डॉक्टर पूर्णिमा गडरिया के साथ अपशब्दों का इस्तेमाल किया था। डॉक्टरों ने आरोप लगाया है कि ऐसा वे कई बार सार्वजनिक बैठकों में भी कर चुके हैं। यह खबर भोपाल भी पहुंची। एक टीम डॉक्टरों को समझाने में जुटी है। हालांकि खबर है कि डॉक्टर सरकार से हुई बातचीत के बाद मान गए हैं।
कुछ घंटे जूडा की हड़ताल
इंदौर में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन के टकराव के बीच दूसरी खबर सरकार के लिए फिर मुश्किल भरी आ गई। प्रदेश के जूनियर डॉक्टरों ने हड़ताल कर दी थी। उनका कहना था कि तीन महीनों से मिलने वाला स्टायपेंड भी सरकार उन्हें नहीं दे रही। जबकि कोरोना काल में उनसे 12—12 घंटे की सेवाएं ली जा रही है। इससे पहले भी जूडा कई बार हड़ताल की चेतावनी दे चुका था। इधर, चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग से हुई बातचीत के बाद जूड़ा हडताल से उठकर काम करने को राजी हो गए।