हार्डवेयर कारोबारी से बिल्डर बनकर खरीदा था चार ट्रक माल, शक होने पर पुलिस को दी गई थी सूचना, आरोपियों के कब्जे से एक अन्य कार भी बरामद
भोपाल। हबीबगंज थाना पुलिस ने (Bhopal Crime) चार सदस्यीय गिरोह को दबोचा है। यह गिरोह शहर के कारोबारियों को बंद खातों का चैक थमाकर माल लोड करके भाग जाता था। गिरोह से दो कारें भी मिली है जिसमें एक कार मालिक का पता अभी नहीं चल सका है।
यह जानकारी देते हुए एएसपी संजय साहू ने बताया कि टीटी नगर के रिवेयरा टाउन निवासी संजीव कपूर ने हबीबगंज थाने में शिकायत की थी। उन्होंने बताया था कि उनकी हार्डवेयर की दुकान हैं। इस दुकान में 2 जुलाई (Bhopal Crime) को एक व्यक्ति आया था। उसने चार ट्रक महंगा पेंट और 65 बोरी पुट्टी की बोरी खरीदी थी। इसके बदले में उसने एक चैक दिया था। यह चैक जाली है उन्हें पता चल गया था। मामले की जांच टीआई सत्यप्रकाश सक्सेना की निगरानी में की गई। इसमें पउनि प्रकाश अलावा, सउनि बीपी विश्वकर्मा, हवलदार ओमपाल यादव, सिपाही उमेश पटेल और चेतन चौहान को जांच में लगाया गया। जांच के दौरान हुलिए के आधार पर पड़ताल की गई। इसी पड़ताल में शाहपुरा में (Bhopal Crime) आरोपियों की मौजूदगी के बारे में सुराग मिला।
कौन है आरोपी
आरोपियों ने संजीव कपूर को 92 हजार रुपए का चैक थमाया था। यह चैक किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर था। पुलिस ने इस मामले में जिन (Bhopal Crime) आरोपियों को गिरफ्तार किया है उनमें 37 वर्षीय गौरव त्रिवेदी उर्फ मंजीत पिता रमेशचंद त्रिवेदी निवासी परिवहन नगर हवा बंगला रोड इंदौर का रहने वाला है। फिलहाल साउथ टीटी नगर सुनहरी बाग में गौरव रहता है। गौरव ही इस गिरोह का मास्टर माइंड हैं। दूसरा आरोपी 20 वर्षीय गोपाल यादव पिता नंदलाल यादव निवासी चुनाभट्टी है। तीसरा आरोपी 34 वर्षीय धीरज शरण उर्फ नितिन पिता युक्तिशरण है। धीरज के पिता भेल में नौकरी करते हैं और यहां एन-3 सी-सेक्टर भेल में रहते हैं। इसी तरह (Bhopal Crime) गौरव के पिता भेल से रिटायर होने के बाद इंदौर में रहने लगे हैं। भेल में पिता की वजह से इनकी मुलाकातें पहले से होती आई है। चौथा आरोपी 38 वर्षीय प्रणव सक्सेना पिता गोविन्द प्रसाद सक्सेना निवासी इंडस एंपायर शाहपुरा हैं।
जांच की आड़ में पुलिस ने चुप्पी साधी
गिरफ्तार आरोपी गोपाल और धीरज पेशे से ड्राइवरी का काम करते हैं। गौरव त्रिवेदी उर्फ मंजीत (Bhopal Crime) पहले भी जाली चैक देकर धोखाधड़ी व्यापारियों के साथ कर चुका है। इस मामले में एमपी नगर थाने में मामला दर्ज हैं। इस मामले में भी उसके खिलाफ वारंट निकला हुआ था। पुलिस ने बताया कि एक कार गौरव के पिता के नाम पर रजिस्टर्ड है। इस कार में सागर के वाहन का नंबर लगाकर आरोपी व्यापारी संजीव कपूर के पास पहुंचा था। पुलिस ने इस वाहन को जब्त कर लिया है। जबकि दूसरी कार इनोवा है। इस कार के (Bhopal Crime) मालिक का फिलहाल पता नहीं चला है। आरोपी यह माल जिसे बेचने जा रहे थे उसके नाम का पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। जबकि इतनी भारी मात्रा में माल खरीदने वाला कोई बड़ा व्यक्ति ही हो सकता है। इसको पुलिस जांच का विषय बताकर जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ रही है।