दो मासूम बच्चों से छीना माता-पिता का साया, पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपा
भोपाल। पत्नी को फंदे (Bhopal Hanging) पर लटका देखकर पति परेशान हो गया। फंदे से उतारकर उसने मौके पर ससुर को फोन करके बुलाया। ससुर ने घटना को लेकर उसे फटकारा। इसके बाद वह भी पेड़ पर जाकर फंदे पर झूल (Bhopal Suicide Case) गया। यह पूरा मामला भोपाल के बिलखिरिया थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
पुलिस के मुताबिक काछी पड़रिया के शांति नगर इलाके में वैशाली जाटव रहती थी। वैशाली का मायका कोटरा सुल्तानाबाद में हैं। उसकी एक साल पहले अशोक जाटव के साथ शादी हुई थी। अशोक की पहली पत्नी की मौत बीमारी की वजह से हुई थी। अशोक ने दूसरी शादी अपने दो मासूम बच्चों की परवरिश के लिए की थी। पुलिस को प्राथमिक जांच में पता चला है कि सोमवार रात प्लंबर का काम करने वाले अशोक का उसकी पत्नी से देरी से रात वापस आने को लेकर विवाद (Bhopal Family Dispute) हो गया था। वह मंगलवार रात नौ बजे घर पहुंचा तो घर में अंधेरा मिला। बिजली जैसे ही जलाई तो पत्नी वैशाली फंदे पर लटकी थी।
इस बात की सूचना उसने ससुराल वालों को दी। मौके पर पहुंचे ससुर ने बेटी को फंदे (Bhopal Suicide Case) पर देखकर दामाद को फटकार दिया। दामाद उस वक्त वहां से चला गया। उसका जब पता नहीं चला तो तलाश की गई। तलाशी के दौरान जंगल के एक पेड़ पर अशोक की लाश फंदे (Bhopal Suicide Case) पर लटकी मिली। पुलिस को इस दोहरे फांसी (Bhopal Double Suicide Case) लगाने की जानकारी मिली तो वह पहुंची। पुलिस का कहना है कि अभी इस मामले में दोनों बच्चों की मौजूदगी की स्थिति साफ नहीं हो सकी है। फिलहाल फांसी का मामला लग रहा है लेकिन पीएम रिपोर्ट मिलने के बाद वास्तविकता सामने आ सकेगी।
इधर, एक वक्त में दो जान गई
फीस नियामक प्राधिकरण में एक दंपत्ति की एक साथ मौत हो गई। हालांकि मामला आपराधिक नहीं था इसलिए पुलिस केस नहीं बना। बताया जाता है कि संविदा कर्मचारी वंदना राहुरकर अचानक बेहोश हो गई। इस बात की जानकारी वंदना के पति दिलीप को दी गई। दिलीप और वंदना प्राधिकरण के नजदीक ही हॉस्टल में रहते थे। पत्नी को बेहोश देखकर पति भी मूर्छित हो गए। दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया तो वहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों की अंत्येष्टि भी विश्राम घाट में एक साथ की गई।