कोरोना के फैलते संक्रमण पर चिंता जताते हुए सरकार की तरफ से किए जा रहे प्रयासों को बताया
भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान चौबीस घंटे के लिए स्वस्थ्य आग्रह (MP CM Awareness Program) के लिए मिंटो हॉल में बैठे थे। मुख्यमंत्री लगभग एक पखवाड़े से कोरोना केे खिलाफ जागरुकता अभियान चला रहे हैं। इस दौरान उन्होंने कई तरह के नारे दिए। स्वस्थ्य आग्रह के समापन अवसर पर उन्होंने एमपी मतलब ‘मास्क पहनो’ का स्लोगन दिया।
यह स्लोगन बना चुके
मध्य प्रदेश के इंदौर और भोपाल में मास्क को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सायरन से लेकर रैली भी निकाल चुके हैं। इस दौरान उन्होंने मेरी सुरक्षा मेरा मास्क का स्लोगन भी दिया। मास्क मतलब ‘मेरा अपना सुरक्षा कवच’ का भी नारा दिया। रोको—टोको कार्यक्रम के तहत हॉकर्स कार्नर जाकर भी मास्क पहनाया। हालांकि इन कवायद और प्रयासों पर कांग्रेस नेता पलटवार कर रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ संकट की खड़ी में रणनीति न बनाने का आरोप सरकार पर लगा चुके हैं। इसके अलावा दो पेज का पत्र भी मुख्यमंत्री को लिखा जा चुका है।
सरकार बिस्तर बुक करेगी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि केवल प्रशासन इस चुनौती से नहीं निपट सकता है। इसलिए जनता का सहयोग चाहिए। कोविड की बीमारी के लिए पलंग आरक्षित होगा। मुफ्त में निशुल्क इलाज के लिए 15 हजार बिस्तर बुक करेंगे। इसके लिए कई निजी अस्पतालों से बातचीत चल रही है। जहां संक्रमण ज्यादा है वहां भी इंतजाम किए जा रहे हैं। फीवर क्लीनिकों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। शिकायत मिल रही थी कि जांच में फीस ज्यादा वसूला जा रहा है। इसलिए कुछ जांच के लिए दरें सरकार ने निर्धारित कर दी है।
हर जिले में कोविड सेंटर
निजी अस्पतालों को अपनी फीस की जानकारी सार्वजनिक करनी होगी। फीस का निर्धारण व्यवहारिक रखा जाएगा। ऐसी शिकायत मिलने पर हम कार्रवाई भी करेगा। आपदा के इस वक्त में धन कमाने का यह अवसर नहीं है। घर—घर सर्वे कराया जाएगा। किल कोरोना अभियान—2 चलाया जाएगा। अस्पताल प्रोटोकॉल का ड्राफ्ट भी तैयार होगा। इसमें मरीजों की गंभीरता को देखते हुए भर्ती और होम आईसोलेशन का निर्णय होगा। हर जिले में कोविड केयर सेंटर बनाया जाएगा। मरीजों को वहा रखा जाएगा।
मास्क बनाने के आदेश
इंजेक्शन की कमी और उसकी कीमतों को लेकर शिकायत मिली है। इस शिकायत के लिए डॉक्टरों को निर्देश जारी किए गए है। इंजेक्शन जरुरतमंद को मिले इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। सरकार उसको खरीदने की भी तैयार कर रही है। मास्क, दवा की काला बाजारी, ऑक्सीजन की कमी न हो इसके लिए भी सरकार एक्शन में होगी। आयुष्मान भारत के हितग्राहियों को मुफ्त इलाज मिले इसके लिए सुनिश्चित किया जा रहा है। ऑक्सीजन की कमी सरकार नहीं आने देगी। सरकार ने 10 लाख मास्क बनाने का आदेश दिया है।