सफाई कर्मचारी के साथ हुई घटना में पुलिस की लारवाही हुई उजागर
भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) की राजधानी भोपाल (Bhopal Robber) के मंगलवारा इलाके में लूट (Madhya Pradesh Lut) की वारदात हुई है। जिस व्यक्ति से लूट हुई है वह मूक—बधिर हैं। पुलिस ने लूट का मामला दर्ज करने की बजाय चाकू मारकर (Bhopal Crime) जख्मी करने का प्रकरण दर्ज किया है। इधर, भोपाल के हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital Crime) में रविवार रात जमकर गदर हुआ। इस मामले में पुलिस ने अड़ीबाजी (Bhopal Stuttering) का मामला दर्ज किया है।
मंगलवारा थाना (Mangalwara Police Station) पुलिस के अनुसार नेहरू कॉलोनी (Nehru Colony) गर्म गड्ढा रेलवे स्टेशन निवासी आरिफ अली (Arif Ali) उम्र 55 साल के साथ लूटपाट की घटना (Bhopal Robbery) हुई। पीड़ित जन्म से ही बोल—सुन नहीं सकते है। आरिफ जहांगीराबाद अस्पताल में सफाई कर्मचारी हैं। घटना रविवार सुबह करीब 5 बजे हुई थी। वे रोज़ाना की तरह अस्पताल जाने के लिए घर से निकले थे। जैसे ही भारत टॉकिज पुल पर पहुंचे तो 5 अज्ञात बदमाशों ने उनका रास्ता रोक लिया। दो आरोपियों ने आरिफ एक—एक हाथ पकड़ा हुआ था। उसकी तलाशी लेने के बाद उनकी जेब से 200 रूपए और एक राजश्री गुटखा मिला। जिसे निकालकर आरोपी भागने लगे। आरिफ ने विरोध किया तो चाकू से हमला कर दिया था। जिसमें आरिफ के दोनों हाथों में दर्जन भर टांके आए हैं। खून से लथपथ हाल में घर पहुंचने पर उसके भांजे लईक उद्दीन को नींद से उठाकर घटना बताई। भांजा उनकी भाषा को समझता हैं। मंगलवारा थाने में आकर आरोपियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरिफ को उपचार के लिए हमीदिया अस्पताल भेजा था।
हमीदिया अस्पताल में गदर
दूसरा मामला मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh Crime) की राजधानी भोपाल (Bhopal Robbery) शहर के कोहेफिज़ा थाना क्षेत्र का है। यहां हमीदिया अस्पताल (Hamidiya Hospital Crime) के कर्मचारी के साथ रंगदारी मांगने पर हमला किया गया। पीड़ित नरेंद्र गोस्वामी (Narendra Goswami) ने www.thecrimeinfo.com से बातचीत करते हुए बताया कि वह ग्वालियर के रहने वाले है। वह भोपाल में हमीदिया अस्पताल में ठेके पर कार्यरत है। कोतवाली थाने के बगल से बनी बिंल्डिंग में हिस्ट्रीशीटर सलमान (Salman) परिजनों के साथ में रहता हैं। हमीदिया अस्पताल के साथ—साथ पूरे इलाके के लोगों के मन से उसके नाम का खौफ और दहशत है। पिछले एक साल पहले उसकी गुंडागर्दी के खिलाफ कोहेफिज़ा थाना (Kohefiza Poline Station) प्रभारी से शिकायत की गई थी। आरोपी को पुलिस ने पकड़ने के बाद समझाईश देकर छोड़ दिया था। उसके बाद नरेंद्र ग्वालियर चले गए थे।
पिछले तीन—चार दिन पहले वह भोपाल आया था। वह उसके रिश्तेदार, लॉज या फिर अस्पताल के कमरे में ही रहते है। रविवार रात वह करीब 8.30 बजे अस्पताल की रकम लेकर उसके रिश्तेदार के घर जाने के लिए कार लेने गए थे। तभी आरोपी सलमान और उसका छोटा भाई आदिल ने पैर मारते हुए उसे रोक दिया। सलमान ने नरेंद्र को यह बोला की अगर यहां गाड़ी खड़ी करनी है तो उसे 10 हजार रूपए महीना दे। इस बात का विरोध करतेे हुए नरेंद्र ने विरोध किया तो उसको चाकू मार दिया। थाने से जब वह वापस लौटा तो फिर सलमान अपने साथियों को लेकर तलवार के साथ हमला करने आ गया। इस मामले में पुलिस ने अरोपी की गिरफ्तारी कर ली है।