Gwalior Crime : डिप्टी कलेक्टर को महंगा पड़ा स्टिंग, शहर के सारे डॉक्टर हड़ताल पर उतरे

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Gwalior Crimeस्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ा असर, डॉक्टरों के प्रतिनिधि मंडल से की कलेक्टर ने मुलाकात

ग्वालियर। क्लीनिक में (Gwalior Crime) गर्भपात कराने का स्टिंग करने पहुंची डिप्टी कलेक्टर के खिलाफ रविवार को शहर के सारे डॉक्टर मैदान पर उतर आए। इस कारण ग्वालियर शहर की स्वास्थ्य व्यवस्था पर उसका असर भी पड़ा। डॉक्टर के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाकर थाने का भी घेराव किया गया। इस मामले ने तूल पकड़ लिया है और यह धीरे-धीरे अन्य जिलों में सरकने के आसार है।

जानकारी के अनुसार (Gwalior Crime) डिप्टी कलेक्टर दीपशिखा भगत ने यह स्टिंग ऑपरेशन शनिवार को किया था। जिसके बाद डॉक्टर प्रतिभा को विवि थाना भेज दिया गया। इस बात से नाराज दर्जनों डॉक्टर सड़क पर उतर आए और उन्होंने थाने का घेराव कर दिया। यहां एएसपी पंकज पांडे और डॉक्टर के बीच काफी तीखी नोंक-झोक भी हुई। हालांकि कुछ देर बाद डॉक्टर प्रतिभा गर्ग को छोड़ दिया गया था। हालांकि इस पूरी कार्रवाई में नौ घंटे लग गए। ग्वालियर (Gwalior Crime) में डॉक्टर नाराज है और वह रविवार को हड़ताल पर चले गए। प्रशासन के अफसरों ने काफी समझाईश देने की कोशिश की। डॉक्टर प्रतिभा गर्ग का आरोप है कि दीप शिखा भगत झूठी मरीज बनकर आई थी। जो सामान्य गर्भवती महिलाओं का चैकअप होता है वहीं पर्चे पर लिखा गया था। इसके बाद पुलिस लेकर वह जबरिया बैडरुम में घुस गई। पति और बच्चों से अभद्रता की गई।

डॉक्टर ने बनाया दबाव
ग्वालियर में सभी तरह की (Gwalior Crime) स्वास्थ्य सेवाएं रविवार को प्रभावित दिखी। दरअसल, डॉक्टर प्रतिभा गर्ग जेएएच अस्पताल में स्त्री रोग विशेषज्ञ के साथ असिस्टेंट प्रोफेसर भी है। उनके खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर डॉक्टर जिलों के अन्य चिकित्सकों से मदद मांगने जा रहे हैं। जिसकी खबर लगने पर ग्वालियर कलेक्टर ने एक प्रतिनिधि मंडल बुलाकर मुलाकात की।

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एम्बुलेंस पर चला था डंडा
ग्वालियर में (Gwalior Crime) स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़ा मामला एक सप्ताह से सुर्खियों में बना हुआ है। यहां कंपू थाना क्षेत्र में अवैध एम्बुलेंस के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। जिसके तहत पांच एंबुलेंस संचालकों के खिलाफ कुछ दिन पहले ही एफआईआर दर्ज हुई थी।

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