MP Corona News: कोरोना जब चरम पर था तब नहीं हुआ अब एम्बुलेंस की दरें भी देरी से की गई तय
भोपाल। मध्य प्रदेश (MP Corona News) की राजधानी भोपाल की ताजा खबर कोरोना महामारी को लेकर सामने आ रही है। एक महीने से कोरोना को कोहराम चारों तरफ मचा हुआ था। प्रायवेट अस्पतालों की मनमानी, दवा की कालाबाजारी से लेकर जबरिया टेस्ट के मामले उजागर हो रहे थे। तब सरकार ने कोई हरकत नहीं की। अब सरकार ही दावे कर रही है कि कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है। जिसके बाद सरकार निजी अस्पतालों पर एक्शन करने का दिखावा कर रही है। प्रदेश के अस्पतालों की निगरानी के लिए सरकार ने तीन सदस्यी समिति बनाई है जो मनमानी की निगरानी करेगी।
इलाज की फीस तय की
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आदेश दिया है कि प्रायवेट अस्पतालों में चल रही मनमानी को नियंत्रित किया जाएगा। इसके लिए तीन सदस्यी अफसरों की एक समिति रिपोर्ट का अध्ययन करेगी। इसके अलावा सभी अस्पतालों को इलाज की दरें सार्वजनिक करने के आदेश दिए गए हैं। हालांकि इन आदेशाों से पहले ही कई अस्पतालों में रेमडेसिविर इंजेक्शन के मनमाने शुल्क वसूलने की शिकायतें मिल रही है। भोपाल में केवल चार छोटे अस्पतालों पर कार्रवाई हुई है। जबकि व्यापक पैमाने पर शहर के बड़े—बड़े अस्पतालों में कोरोना के मरीज भर्ती हो रहे है। उन अस्पतालों के खिलाफ सरकार की तरफ से एक भी शब्द नहीं निकला है।
थानों में करें शिकायत
इस मामले में सरकार की तरफ से प्रवक्ता गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने विचित्र बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि अस्पतालों की मनमानी के खिलाफ थाने में शिकायत की जाए। जबकि अस्पतालों की निगरानी का काम जिले में सीएमएचओ देखते हैं। मतलब साफ है कि सरकार की मंशा अस्पतालों पर नकेल कसने की सही नहीं है। वह अभी भी माफियाओं के लिए नरम है।इधर, सरकार ने शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में चलने वाली एम्बुलेंस को लेकर दरें तय कर दी है। हालांकि सरकार कह रही है कि संक्रमण घट रहा है। तब ऐसी दशा में आदेश को जारी करने में हुई देरी को लेकर उसकी किरकिरी हो रही है।