Bhopal News: सीएम के पास मौजूद विभाग में चल रही खींचतान के कारण आम जनता से दूर हुआ न्याय पाना, भाई के मौत और उसकी जानकारी नहीं मिलने के कारण परिवार ने थाने के सामने किया था प्रदर्शन, अब एक सप्ताह बाद बहन ने जहर खाकर दे दी जान
भोपाल। पुलिस विभाग के बीच आपसी तालमेल की कमी के अभाव में एक परिवार पूरी तरह से तबाह हो गया। घटना भोपाल (Bhopal News) देहात क्षेत्र में स्थित बिलखिरिया इलाके की है। चूंकि मामला देहात क्षेत्र का होने के कारण यह मीडिया की सुर्खियों में नहीं आ सका। लेकिन, बिलखिरिया थाने में एक सप्ताह से तनाव की स्थिति बनी हुई है। घटना बेहद मार्मिक है जिसमें अब पुलिस महकमे ने बहाने तलाशने शुरु कर दिए हैं। ताजा घटनाक्रम युवती की मौत के बाद फिर चर्चा में आया है।
यह बोलकर पुलिस की तरफ से किया जा रहा है मामला हल्का
बिलखिरिया (Bilkhiriya) थाना पुलिस के अनुसार मीणा नायक (Meena Nayak) पिता जीवन सिंह नायक उम्र 18 साल की मौत हो गई है। वह थाना क्षेत्र में ही ग्राम कान्हा सैया (Kanha Saiya) की रहने वाली थी। मीणा नायक ने 26 मई की शाम को जहर खाया था। उसे बेहोशी की हालात में परिजन हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) लेकर पहुँचे थे। वहां उसी रात में उसके तहसीलदार के समक्ष बयान दर्ज भी किए गए। जिसमें उसने बताया कि उसके भाई वीरू नायक (Veeru Nayak) की मौत से वह दुखी थी। वीरू नायक की मौत सुखी सेवनिया थाना क्षेत्र में ट्रेन की चपेट में आने से हुई थी। उसकी मौत की गम में मीणा नायक ने जहर खाया था। यह बयान देने के बाद उसकी 28 मई सुबह लगभग पौने छह बजे मौत हो गई। बिलखिरिया पुलिस को यह जानकारी हमीदिया अस्पताल से दी गई। जिस पर बिलखिरिया पुलिस मर्ग 33/24 दर्ज किया। उसका शव पीएम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस का कहना है कि मीणा नायक ने खुदकुशी की है। वह भाई की मौत होने के कारण गमजदा चल रही थी।
देहात के अफसर सुखी सेवनिया पुलिस को बचा रहे
उल्लेखनीय है कि 20 वर्षीय वीरु नायक की 15 मई को मौत हुई थी। उसकी लाश रेलवे पटरी पर मिली थी। उसका हाथ कटा हुआ मिला था। चेहरा पूरी तरह से खराब हो चुका था। सुखी सेवनिया (Sukhi Sewaniya) पुलिस मर्ग 23/24 दर्ज किया था। पुलिस का दावा है कि उसके मौत की जानकारी सभी थाने को भेजी थी। इसके बावजूद परिजनों ने आरोप लगाया कि बिलखिरिया (Bhopal News) पुलिस ने उन तस्वीरों को ध्यान से नहीं देखा। जिस कारण शव को अज्ञात बताकर दफना दिया गया था। जबकि उसकी गुमशुदगी 15 मई की रात 2 बजे बिलखिरिया थाने में परिजनों ने दर्ज भी कराई थी। शव दफनाने के बाद सुखी सेवनिया थाने में बलराम नायक (Balram Nayak) पहुंचे थे। कपड़े और सामान देखकर शव उसके भाई का उन्होंने बताया था। जिसके बाद परिजनों ने बिलखिरिया थाने में जमकर हंगामा भी किया था।
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