नकद में मोबाइल खरीदने वाले ग्राहकों के नाम पर दुकानदार ने फायनेंस कराए 23 मोबाइल, आरोपी दुकान पर ताला लगाकर फरार
भोपाल। आपके दस्तावेज काफी कीमती हैं। इसकी अहमियत जानिए। इस बारे में सरकार और पुलिस भी ग्राहकों को चेताती है। इसके बावजूद चूक की क्या सजा मिलती है इसका ताजा उदाहरण (Bhopal Cheating Case) सामने आया है। मामला भोपाल के तलैया थाने में दर्ज किया गया है। मामला धोखाधड़ी का है जिसके किरदार एक मोबाइल दुकान चलाने वाले संचालक हैं। फिलहाल आरोपी फरार है जिनकी पुलिस तलाश कर रही है। यह फर्जीवाड़ा मोबाइल के लिए लोन देने वाली कंपनी की शिकायत के बाद उजागर हुआ है।
ऐसे सामने आया फर्जीवाड़ा
तलैया थाना पुलिस के अनुसार कर्मवीर कॉलोनी नरेला शंकरी अयोध्या थाना निवासी संदीप साहू पिता नारायण साहू (29) होम क्रेडिट में अधिकारी हैं। कंपनी ने 23 मोबाइल (Bhopal Cheating Case) फायनेंस किए थे। जिनके नाम पर यह मोबाइल फायनेंस हुए उनकी किस्त जमा नहीं हो रही थी। कंपनी ने नोटिस पहुंचाया तो वे लोग कार्यालय पहुंच गए। लोगों ने बताया कि उन्होंने तो मोबाइल किस्त में खरीदा ही नहीं हैं। उनके पास मोबाइल के बिल भी है। फिर उन्हें कैसे किस्त जमा करने का नोटिस दिया गया। यह पता चलने पर कंपनी ने अपनी अंदरूनी जांच कराई। इसमें कुछ कंपनी के कर्मचारियों की लापरवाही सामने आई। उन्हें कंपनी से हटाया और पूरा मामला पुलिस को सौंप दिय।
ऐसे किया फर्जीवाड़ा
कंपनी के पास वे ग्राहक जिन्होंने लोन पर मोबाइल लिए थे उन्होंने अपने दस्तावेज पेश किए। यह दस्तावेज बिल के रूप में थे। बिल एलाइट मोबाइल नाम की दुकान के थे। यह दुकान एसले डेविड और शबाब खान की है। यह दुकान तलैया इलाके में बैंड मास्टर चौराहा पर है। दोनों आरोपियों ने उन ग्राहकों के दस्तावेज जिन्होंने नगद में मोबाइल खरीदा था लोन पर मोबाइल खरीदने के लिए लगाए थे। फिलहाल एसले डेविड और शबाब खान दोनों फरार (Bhopal Cheating Case) है। पुलिस ने दुकान पर भी दबिश दी पर वहां ताला लटका मिला। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ जाललसाजी का मामला दर्ज किया है। आरोपियों ने यह फर्जीवाड़ा जनवरी से 31 अप्रैल के बीच किया था। इससे कंपनी को करीब साढ़े पांच लाख रुपए का नुकसान हुआ।