Bhopal Fraud News: नवोदय कैंसर अस्पताल के संचालक से एक साल पहले ब्ल्ड बैंक खोलने के लिए मंगवाई थी सवा करोड़ रूपए की मशीन, साढ़े पांच लाख रूपए वाली एक मशीन को अपने क्लीनिक में रखकर गबन करने का लगा आरोप, आपत्ति जताने पर अस्पताल के गेट पर मशीन छोड़कर भागने की दी जानकारी
भोपाल। निजी अस्पताल और क्लीनिक संचालकों के बीच चल रहे एक घमासान का मामला सामने आया है। यह घटना भोपाल (Bhopal Fraud News) शहर के पिपलानी थाना क्षेत्र की है। जिसमें पुलिस ने गबन का प्रकरण दर्ज किया है। आरोप नवोदय कैंसर अस्पताल (Navodaya Cancer Hospital) के संचालक ने पैथोलॉजिकल क्लीनिक के संचालक पर लगाया है। उनका कहना है कि ब्ल्ड बैंक खोलने के नाम पर सवा करोड़ रूपए का निवेश मशीनरी खरीदी में कराया गया। लेकिन, जब काम शुरू करना था क्लीनिक संचालक दूसरे अस्पताल में नौकरी करने लगा। शक होने पर उसकी तरफ से बुलाई गई सारी मशीनों का आडिट कराया गया। जिसमें एक मशीन कम पाई गई। वह उसके पास थी जिसको कुछ दिन पहले वह अस्पताल के गेट के बाहर रखकर चला गया।
यह बोलकर रखा गया था प्रस्ताव
पिपलानी (Piplani) थाना पुलिस के अनुसार इस संबंध में 31 मई की दोपहर लगभग पौने चार बजे 352/23 धारा 406 (अमानत में खयानत का प्रकरण) दर्ज किया गया है। शिकायत डॉक्टर श्याम अग्रवाल (Dr Shyam Agrawal) पिता स्वर्गीय सीएल अग्रवाल उम्र 64 साल ने दर्ज कराई। वे इंद्रपुरी (Indrapuri) इलाके में रहते हैं। इस मामले में आरोपी डॉक्टर समीर सिंह (Dr Sameer Singh) को बनाया गया है। आरोप है कि उन्होंने अपने पास फुली आटो एनालाइजर यूरो लैब रख ली थी। यह मशीन पिछले साल सवा एक करोड़ रूपए की बुलाई गई मशीन में से एक थी। विवाद की स्थिति तब बनी जब दोनों डॉक्टरों के बीच मौखिक करार तोड़ने को लेकर कहासुनी हुई। डॉक्टर श्याम अग्रवाल भेल गेट—1 के सामने नवोदय कैंसर अस्पताल चलाते हैं। यहां डॉक्टर समीर सिंह ने ब्ल्ड बैंक खोलने का प्रस्ताव उनके सामने रखा था। डॉक्टर श्याम अग्रवाल उस वक्त तैयार नहीं हुए थे। लेकिन, एक कमेंट मिलने के बाद वह राजी हो गए।
ऐसे सामने आया फर्जीवाड़े का पूरा सच
मामले में आरोपी समीर सिंह की इमामी गेट में मॉर्डन एक्स—रे मेडिकल एंड पैथोलॉजिकल क्लीनिक (Mordern X-Ray Medical And Pathological Clinic) है। शिकायत दर्ज कराने वाले डॉक्टर का आरोप (Bhopal Fraud News) है कि उसने मशीन इंस्टॉलेशन से लेकर उसके संचालन की जिम्मेदारी ली थी। यह काम उसने दस साल तक करने का वादा किया था। उसने ब्ल्ड बैंक के लिए मशीन खरीदने हमीदिया अस्पताल के नजदीक पांडे सेल्स एजेंसी (Pandey Sales Agency) के जरिए किया। नवोदय अस्पताल में जो मशीन लगाई गई उसमें से एक मशीन नहीं मिली। जिसको लेकर पांडे सेल्स एजेंसी के संचालक बृजेंद्र कुमार पांडे (Brajesh Kumar Pandey) से संपर्क किया गया। उन्होंने बताया कि वह मशीन डॉक्टर समीर सिंह की लैब में इंस्टॉल की गई है। इस मशीन से हुई आय की जानकारी भी नहीं दी गई। पीड़ित डॉक्टर को जब यह सच्चाई पता चली तो वह कार्रवाई के मूड में आ गए। जिसकी भनक आरोपी को भी लग गई। उसने गुपचुप तरीके से 23 मई को वह मशीन नवोदय अस्पताल के गेट के बाहर रखकर चला गया। जिसके बाद यह मामला पुलिस थाने पहुंचा।
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.comके फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।