Bhopal Fraud News: खून चूसने को चमत्कार मानकर रिटायर्ड बैंक अधिकारी किस्त में लूटता रहा, तीन आरोपियों को भोपाल क्राइम ब्रांच ने राजस्थान से किया गिरफ्तार, डेरे में आने—जाने वाले रास्तों पर बैठाकर रखते हैं वाचर, डेरे से बाहर अंजान लोगों के दिखते ही लोगों को कर देते हैं सतर्क
भोपाल। आयुर्वेद चिकित्सा के नाम पर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया गया है। आरोपी ईलाज के नाम पर वयोवृद्ध के साथ धोखाधड़ी करते थे। जालसाजों (Bhopal Fraud News) की तलाश भोपाल क्राइम ब्राच कर रही थी। जालसाजों को राजस्थान से गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के कई बैंक खाते पता चले हैं। जिनके संबंध में पुलिस जानकारी जुटा रही है।
मनोहर रेस्टोरेंट के बाहर डाला था फंसाने के लिए जाल
भोपाल पुलिस की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इस मामले की शिकायत राकेश मोहन विरमानी (Rakesh Mohan Virmani) पिता स्वर्गीय जयदेव उम्र 72 साल ने की थी। वे रूद्राक्ष पार्क फेस 01 बावङिया कला शाहपुरा (Shahpura) में रहते हैं। उनकी पत्नी का इलाज करने के नाम पर ठगी की गई थी। राकेश मोहन विरमानी सहायक महाप्रबंधक भारतीय स्टेट बैक से रिटायर हुए थे। पत्नी को डीप वैनथ्रोमबोसिस नाम की बीमारी है। इस बीमारी में पैरो में दर्द और पैरों में खून का बहाव सही से नही होता है। इस बीमारी का कई जगह इलाज कराया गया। घटना 4 फरवरी को हुई थी। उस वक्त वे मनोहर रेस्टोरेंट (Manohar Restaurant) एमपी नगर में आये थे। दोनों रेस्टोरेंट से बाहर निकल रहे थे। तभी वहाँ खङे युवक ने उस बीमारी को ठीक करने का झांसा दिया। उसने बताया डॉक्टर पटेल है जो कि मुम्बई में रहता है। उसने डाँ पटेल का मोबाइल नंबर भी दिया। उसी लड़के ने बताया कि अभी वे भोपाल में भी है।
यह बोलकर दूसरी बार झांसे में लिया
नंबर देने वाले लड़के ने राजीव नाम बताया था। अगले दिन उस नंबर पर कॉल किया। वृद्ध दंपत्ति ने उन्हें अपने घर पर बुलाया। डॉक्टर पटेल (Dr Patel) अपने सहयोगी के साथ वहां पहुंचे। उनके घुटने पर कट लगाकर खून भी निकाला। उसे मुंह से चूसने के बाद सफेद कुप्पी में डाला। लाल खून की जगह वह पीला हो गया। उसे खतरनाक जहर बताकर इलाज में रिस्क होने का झांसा दिया गया। ऐसा करके बीमारी दूर करने के लिए हर बार छह हजार रूपए मांगे। इस प्रयास से पत्नी को आराम मिला। आरोपी ने ऐसा करके 152 बार घुटने का खून निकालकर उसे चूसा। ऐसा करने पर उसे आराम मिला। ऐसा ही पैर के निचले हिस्से में आराम के लिए भी किया गया। यहां चीरा लगाकर उसने करीब 202 बार खून चूसकर इलाज किया। ऐसे करते हुए थैरिेपी के नाम पर 354 बार पैसे लिए गए। किस्त में आरोपी ने 21 लाख 54 हजार रूपए ले लिए। रकम देने के लिएपीड़ित परिवार ने अपने पीएफ में जमा रकम दे दी। इसके बाद डाँ. पटेल ने फॉलोअप भी लिया। बीमारी से ग्रसित महिला बोली की उन्हें अब बहुत अच्छा लग रहा है। तब डाँ. पटेल बोले कि आपको इससे पूरा आराम नही मिलेगा। आपको एक दवाई और लेनी पङेगी। वह दिल्ली के संजीवनी आयुर्वेदिक (Sanjivni Ayurvedic) से मिलेगी। उसका नंबर भी जालसाज ने दिया।
दवाई कोरियर से घर आ गई
उस नंबर पर काँल किया तो फोन उठाने वाले ने बताया कि दवाई उपलब्ध नही है। यह बात डाँ. पटेल को बताई गई तो वह बोला उसके अकाउण्ट में 5 लाख 30 हजार रूपये डाले। वह जयपुर से दवाई लाकर दे देगा। उसके अकाउण्ट में पैसे डाले गए। फिर दो दिन बाद दवाई कुरियर से आई। आरोपी ने फोन करके पीड़ित से बोला कि दूसरी दवाई भी लेना होगी। इसके लिए 6 लाख 45 हजार रूपये डालने होंगे। उसके कहे अनुसार उक्त राशि उनके बताये अकाउण्ट में डाल दी। फिर दवाई कोरियर से घर आ गई। बाद में डाँ. पटेल ने बोला कि आपकी पत्नी के पैरो की सूजन के तेल लेना पङेगा। उस तेल की कीमत 07 लाख 44 हजार रूपये बताई। यहां से आरोपियों के हरकत पर शक गया। तब वह बोला कि 27 फरवरी को 6 लाख 45 हजार रूपये और 07 लाख 44 हजार रूपये नगद वापस कर देगा। तब उसके बताये अकाउण्ट में रकम फिर डाल दी गई।
ऐसे पकड़ में आए थे जालसाज
दो दिन बाद कोरियर से भेजा तेल वृद्ध को मिल गया। फिर दो सप्ताह बाद जालसाज (Bhopal Fraud News) बोला तेल पर्याप्त नहीं है। इसलिए सवा 8 लाख रूपये देने होंगे। विरोध करने पर आरोपी ने झांसा दिया कि सवा चार लाख रूपए में वह तेल का इंतजाम करा देगा। डा.पटेल की बातों में आकर अकाउण्ट न. में 02 लाख रूपये डाल दिये। डा.पटेल का फिर काँल आया। उसने बताया कि उसकी माँ को अटैक आया है। इस कारण वह 27 फरवरी को भोपाल नहीं आ पाएगा। उसके बाद आरोपी ने अपना फोन बंद कर लिया। इससे पहले जालसाज ने कई किस्त में उससे 42 लाख 73 हजार रूपए ऐंठ लिए थे। शिकायत के आधार पर शाहपुरा थाना पुलिस ने 22/23 धारा 420 जालसाजी का प्रकरण दर्ज कर लिया था। इसी जांच के दौरान क्राइम ब्रांच (Crime Branch) की टीम राजस्थान (Rajasthan) के जोधपुर में पहुंची। आरोपी विशाल पिता मेघदान निवासी लूनावास चारनां थाना झवर जिला जोधपुर (Jodhpur) को पकड़ गया। उसने दूसरे आरोपी सावर लाल जाट (Sawar Lal Jaat) पिता हनुमान सहाय की जानकारी दी। जिसको ब्लू सिटी मॉल (Blue City Mall) के सामने थाना रातानाडा (Ratanada) जिला जोधपुर से पकड़ा गया।
जांच के दौरान अन्य आरोपियों के नामों का पता चला। भोपाल क्राइम ब्रांच अब तक 10 सदस्यों को चिन्हित कर चुकी है। एक सप्ताह से कोटा में रुककर क्राइम ब्रांच आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटा रही थी। इस दौरान पुलिस टीम को गिरोह के तीन और सदस्यों का पता चला। यह आरोपी मोहम्मद इमरान पिता मोहम्मद जमीर उम्र 32 साल है। वह सागोद जिला कोटा का रहने वाला है। जबकि दूसरा आरोपी जावेद पिता ईशाक उम्र 47 साल है। तीसरा आरोपी खलील पिता अब्दुल जब्बार उम्र 36 है। जिनका पुलिस रिमांड लेकर विस्तृत पूछताछ की जा रही है। आरोपी भोपाल देहात क्षेत्र में स्थित सुखी सेवनिया के आउटर क्षेत्र में झोपडी बनाकर रुके थे। जिनमें से आरोपी मो इमरान, मो जावेद और खलील होटल तथा रेस्टारेंटों के आसपास घूमते थे।
मवाद की जगह ऐसे करते थे फर्जीवाड़ा
बुजुर्ग को टारगेट करके आरोपी मोहम्मद इमरान (Mohammed Imran) डॉक्टर का पता देता था। उसने ही अपने साथी मो शेरु का नंबर दिया था। वह अगले दिन वैद्य बनकर साथी नईम को सहयोगी बनाकर पीड़ित के घर पहुंचा था। पीड़ित महिला के पैरों में फनलनुमा यंत्र के माध्यम से मवाद जैसी चीज निकाली जाती थी। सफेद द्रव्य पदार्थ जैसा व काले गहरा रंग का होता है उसे जहर वे बताते थे। मवाद बाहर निकलने से पीड़ित महिला को आराम महसूस होता था। जिसके ईलाज का खर्च लाखों में बताया जाता था। सहयोगी जोधपुर और अन्य जगह से तुरंत ही सारे पैसे निकालने का काम करते थे। गिरफ्तार आरोपी मोहम्मद इमरान, मोहम्म्मद जावेद, मोहम्मद खलील (Mohammed Khalil) है। इससे पहले पुलिस सावर लाल जाट को गिरफ्तार कर चुकी है।
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