Bhopal Cheating Case: सरदार दोस्त मोहम्मद खान के रिश्तेदारों से ठगी!

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कटारा हिल्स की जमीन का अनुबंध में किया फर्जीवाड़ा, नई कंपनी बनाकर धोखाधड़ी की योजना का खुलासा

Bhopal Cheating Case
पत्रकार वार्ता में फर्जीवाड़े की जानकारी देते हुए जलील मोहम्मद खान

भोपाल। (Bhopal Crime News In Hindi) यदि आप भोपाल (Bhopal Hindi News) शहर में रहते हैं तो आपको दोस्त मोहम्मद खान (Sardar Dost Mohammad Khan) के बारे में पता होगा। नहीं है तो हम बताते हैं। अफगानिस्तान (Afghanistan ) से भारत में आए दोस्त मोहम्मद खान ने भोपाल (Bhopal Hindi Samachar) शहर को बसाया था। उन्होंने ही फतेहगढ़ किला बनाया था। उसकी किले के नजदीक देहांत होने पर दफनाया गया था। 1700 से 1726 के बीच दोस्त मोहम्मद खान का जलजला हुआ करता था। उन्होंने कमला पति को अपनी बहन भी बनाया था। अब दोस्त मोहम्मद खान की सातवीं पीढ़ी न्याय के लिए भटक रही है। उनके परिवार के साथ करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी (Bhopal Cheating Case) हुई है। इस मामले को लेकर परिवार कई बार भोपाल (Bhopal Crime News) पुलिस के अफसरों से शिकायत कर चुका है। लेकिन, जब कोई सुनवाई नहीं हुई तो परिवार ने मीडिया से मदद मांगी। इसी परिवार ने दावा किया है कि वह दोस्त मोहम्मद खान की वंशज हैं।
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यह जानकारी देते हुए आजाद मार्केट निवासी जलील मोहम्मद खान (Jalil Mohmmed Khan) ने बताया कि उनके घर के पास तेल कारोबारी अतुल गुप्ता (Atul Gupta) रहते हैं। अतुल के रिश्तेदार शैलेष गुप्ता (Shailesh Gupta) और जलील मोहम्मद खान ने प्रॉपर्टी डीलर के कारोबार करने का मन बनाया। इसके लिए मार्च, 2012 में तीनों पार्टनर ने मिलकर मैसर्स लेक टाउन डेव्हलपर्स एंड बिल्डर (MS Lake Town Developers & Builder) नाम की कंपनी बनाई। इसमें जलील की 34 फीसदी तो अतुल और शैलेष की 33—33 फीसदी पार्टनरशिप थी। तीनों ने मिलकर कटारा हिल्स में स्थित लगभग 28 एकड़ जमीन खरीदने की योजना बनाई। यह जमीन इंग्लेंड (England) में रहने वाले आलमगीर मोहम्मद खान (Alamgir Mohmmed Khan) की थी। उनका पुश्तैनी मकान कोहेफिजा इलाके में हैं। हालांकि कागजातों में वे अपना पता आलमगीर महल लखेरापुरा बताते हैं। उन्होंने जमीन की पॉवर आफ अटॉर्नी सैयद मोहम्मद अली (Syyed Mohmmed Ali) को दे रखी थी। अली लंदन में रहने वाले आलमगीर की मौसी का बेटा हैं। उनकी मदद से यह डील हुई और सौदा साढ़े चार करोड़ रुपए में तय किया गया। पांच लाख रुपए देकर सौदा करने से पहले एग्रीमेंट किया गया। जलील मोहम्मद खान ने बताया कि आलमगीर को 3 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया गया। यह भुगतान इंदौर में स्थित एचएसबीसी बैंक में खुले एनआरओ खाते की मदद से किया गया। इस संबंध में बकायदा आयकर विभाग और ईडी को भी सूचना दी गई थी। इस सौदे के बाद रजिस्ट्री के लिए आलमगीर कई बार टालते रहे। इतना ही नहीं उन्हें भोपाल आने के लिए फ्लाइट की टिकट भी कराई गई।
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जलील मोहम्मद खान ने बताया कि इस मामले में नया मोड़ तब आया जब अतुल गुप्ता, शैलेष गुप्ता ने सैयद मोहम्मद अली की मदद से उनके खाते में जमा 38 लाख रुपए निकाल लिए गए। इसको लेकर 2015 में कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया। इस मामले में पुलिस ने अब तक आधा चालान पेश किया है। इसी बीच आरोपियों ने जमानत के लिए फर्जी दस्तावेज तैयार करके उसे हाईकोर्ट में लगाया। जिसके बारे में पता चलने पर उन्होंने हाईकोर्ट को यह जानकारी दी। हाईकोर्ट ने दस्तावेज देखने के बाद एफआईआर दर्ज करने के आदेश दिए गए। इसी बीच आलमगीर से मिलीभगत करके अतुल गुप्ता, शैलेष गुप्ता और सैयद मोहम्मद अली ने दो नई फर्म बनाई। यह फर्म जून, 2018 में एक—एक दिन के अंतर में बनाई गई। इसका नाम रखा गया महाकौशल डेव्हलपर और महाकौशल रियल स्टेट। इस दोनों फर्म में आलमगीर ने अपने हिस्से की 10 फीसदी जमीन अपने कब्जे में रखकर बाकी तीनों को समान रुप से बेच दी। जलील मोहम्मद खान ने बताया कि यह फर्म अवैध है। जबकि 2012 में हुए अनुबंध के अनुसार जमीन के वास्तविक मालिक वे स्वयं हैं। यह मामला अभी अदालत में विचाराधीन है। इसके बावजूद फर्म बनाकर जमीन की सौदेबाजी की जा रही है।
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जमील मोहम्मद खान ने बताया कि इस संबंध में वे गोविंदपुरा, कोहेफिजा थाना के अलावा एसपी उत्तर भोपाल क्षेत्र को लिखित में शिकायत कर चुके हैं। उन्होंने कहा जो महाकौशल नाम से फर्म बनाई गई उसमें जो पैसा ​लिया और दिया गया वह हवाला के जरिए पहुंचाया गया। जिसके संबंध में उन्होंने लंदन पुलिस को भी जानकारी दी है। जमील मोहम्मद खान का दावा है कि आरोपी पैसों के दम पर यह फर्जीवाड़ा कर रहे है। वे पूरे दस्तावेज, न्यायालय के दस्तावेज, एफआईआर की कॉपी के साथ 29 फरवरी को मीडिया से रुबरु भी हुए थे। जमील ने दावा किया कि सरकार माफिया के खिलाफ अभियान के सफल होने के दावे कर रही हैं वह झूठे है। मैदानी हकीकत वे कागजात को लेकर घुम रहे हैं और माफिया से जुड़े लोग खुलेआम घूम रहे हैं। यह कोई सामान्य नागरिक के साथ भी नहीं हो रहा। उन्होंने कहा मैं दोस्त मोहम्मद खान की सातवीं पीढ़ी के वंशज हैं। जिसने भोपाल को बसाने में अहम रोल निभाया था।

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