MCU SCAM : माखनलाल के पूर्व कुलपति कुठियाला को महंगा पड़ेगा बिस्कुट का बिल

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MCU Scamमाखनलाल के पूर्व कुलपति पर गिरफ्तारी की तलवार, ईओडब्ल्यू ने दी आखिरी तीन दिन की मोहलत

भोपाल। आर्थिक प्रकोष्ठ विंग (EOW) में दर्ज (MCU Scam) मामले में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बृज किशोर कुठियाला पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी गई है। उन्हें मंगलवार को ईओडब्ल्यू के सामने सवालों का जवाब देने के लिए हाजिर होना था। लेकिन, वे नहीं पहुंचे, अब ईओडब्ल्यू ने आखिरी तीन दिन के भीतर हाजिर होने की मोहलत दी है।
ईओडब्ल्यू सूत्रों के अनुसार कुठियाला ने माखनलाल में कुलपति रहते हुए आंखों का ऑपरेशन (MCU Scam) कराया था। इसमें उन्होंने एक बिस्कुट जो कि तीन सौ रुपए का बिल था वह भी लगाया। इसके अलावा शराब खरीदने से लेकर किराए के मकान में बोरिंग कराने (MCU Scam) तक के निजी कामों के बिल भी विश्वविद्यालय से भुगतान कराए थे। इन्हीं सब बिन्दुओं पर कुठियाला को (MCU Scam) ईओडब्ल्यू के अधिकारियों से आमना-सामना करना था। उन्होंने पहले सुबह साढ़े ग्यारह बजे हाजिर होने का कहा था। लेकिन, वे शाम पांच बजे तक नहीं पहुंचे। ईओडब्ल्यू से फोन लगाया गया जो उन्होंने नहीं उठाया। इधर, खबर है कि कुठियाला ने अपने बचाव के लिए वकीलों से संपर्क शुरू कर दिया है। इस सिलसिले में वे भोपाल के कुछ वकीलों से संपर्क में बने हुए थे।

इससे पहले क्या
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की विचारधारा के समर्थित प्रोफेसर बीके कुठियाला को ईओडब्ल्यू (EOW) के सामने 8 जून को पेश होना था। लेकिन, उन्होंने 7 जून को पत्र मिलने का हवाला देते हुए पंद्रह दिन की मोहलत मांगी थी। लेकिन, ईओडब्ल्यू ने उन्हें 11 जून तक पेश होने के लिए कहा था। कुठियाला से माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय एवं संस्थान में हुई वित्तीय अनियमित्ता और नियुक्तियों को लेकर पूछताछ की जानी है।

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KN Tiwari
केएन तिवारी, डीजी, ईओडब्ल्यू, मध्यप्रदेश

यह है मामला
ईओडब्ल्यू ने माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय एवं संचार केन्द्र में हुई गड़बड़ी (MCU Scam) के मामले में अप्रैल, 2019 में मुकदमा दर्ज किया था। इसमें 20 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई है। जिसमें पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला, डॉक्टर अनुराग सीठा, डॉक्टर पी शशिकला, डॉक्टर पवित्र श्रीवास्तव, डॉक्टर अविनाश बाजपेयी, डॉक्टर अरूण कुमार भगत, प्रोफेसर संजय द्विवेदी, डॉक्टर मोनिका वर्मा, डॉक्टर कंचन भाटिया, डॉक्टर मनोज कुमार पचारिया, डॉक्टर आरती सारंग, डॉक्टर रंजन सिंह, सुरेन्द्र पाल, डॉक्टर सौरभ मालवीय, सूर्य प्रकाश, प्रदीप कुमार डहेरिया, उसका भाई सत्येन्द्र कुमार डहेरिया, गजेन्द्र सिंह, डॉक्टर कपिल राज चंदौरिया और रजनी नागपाल समेत अन्य के (MCU Scam) नाम थे। इसमें आरती सारंग प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग की बहन हैं। वहीं प्रोफेसर संजय द्विवेदी बघेलखंड के एक कद्दावर नेता के रिश्तेदार हैं।

ईओडब्ल्यू ने यह लगाए हैं आरोप
ईओडब्ल्यू (EOW) ने अपनी एफआईआर में आरोप लगाया है कि (MCU Scam) घोटाला लगभग 25 लाख रूपए का है। प्राथमिक जांच में जो बातें सामने आई है उसके अनुसार कुठियाला ने विवि के बजट से आठ लाख रुपए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को भुगतान किए। यह भारतीय जनता पार्टी की छात्र इकाई है। इसके अलावा राष्ट्रीय ज्ञान संगम के लिए विवि से ही साढ़े नौ लाख रुपए का भुगतान किया गया। वहीं जम्मू-कश्मीर अध्ययन केन्द्र की तरफ से श्रीश्री रविशंकर के आश्रम में आयोजित राष्ट्रीय विद्वत संगम के लिए तीन लाख रुपए का भुगतान किया गया। नागपुर में भारतीय शिक्षण मंडल नाम की संस्था को आठ हजार रुपए दिए गए। यह संस्था भी आरएसएस से जुड़ी है।

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कौन है कुठियाला
कुठियाला पर आरोप (MCU Scam) है कि उन्होंने अपने कार्यकाल में डेढ़ दर्जन से अधिक नियुक्तियां यूजीसी के मापदंड़ों के अनुसार नहीं की। सरकारी पैसों पर यात्रा, शराब से लेकर कई अनाप-शनाप बिल लगाकर भुगतान लिया गया। ईओडब्ल्यू ने जालसाजी, गबन, साजिश समेत भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (MCU Scam) की धारा के तहत प्रकरण दर्ज किया है। कुठियाला को पूर्व केन्द्रीय मंत्री सुषमा स्वराज का करीबी माना जाता है। ईओडब्ल्यू ने बताया कि वित्तीय अनियमितता 2010 से 2018 के बीच की गई। इस वक्त कुलपति बीके कुठियाला थे। उन्होंने विवि में दो बार का कार्यकाल पूरा किया था। माखनलाल से पहले कुठियाला हिसार, कुरूक्षेत्र, दिल्ली के आईआईएमसी समेत कई अन्य शिक्षण संस्थानों में रहे थे। माखनलाल से हटने के बाद कुठियाला को हरियाणा में स्टेट हायर एजुकेशन काउंसिल का चेयरमेन बनाया गया। उन्हें यह कुर्सी खट्टर सरकार ने विरोध के बावजूद थमाई।

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