Bhopal News: सड़कों पर साइन बनाने के काम आने वाले पेंट निर्माता कंपनी का मैनेजर गिरफ्तार
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज (Bhopal News) छोला मंदिर थाना क्षेत्र से मिल रही है। इस मामले की शिकायत नागपुर में स्थित आटो मार्क कंपनी जिसकी देशभर में करीब एक दर्जन से अधिक ब्रांच हैं उसके भोपाल में स्थित मैनेजर ने सवा तेरह लाख रुपए का फर्जीवाड़ा किया। कंपनी ने अपने यहां के एक कर्मचारी को पॉवर आफ अटॉर्नी देकर गबन का केस दर्ज कराया है। पुलिस ने मैनेजर को गिरफ्तार कर लिया है। गबन के इस मामले में कंपनी ने सारा ठिकारा मैनेजर पर फोड़ दिया। जबकि इस पूरे घोटाले में कई अन्य की भी भूमिका संदिग्ध है।
मैनेजर हुआ गिरफ्तार
छोला मंदिर थाना पुलिस के अनुसार 11 जुलाई की दोपहर लगभग ढ़ाई बजे धारा 409 (अमानत में खयानत) का केस दर्ज किया गया है। घटना की जानकारी 17 जून को उजागर हुई थी। जिसकी शिकायत नागपुर निवासी विवेक वेलंकीबार (Vivek Velankibar) ने दर्ज कराई थी। कंपनी के मालिक कोई अन्य व्यक्ति हैं। जिन्होंने पॉवर आफ अटॉर्नी विवेक वेलंकीबार को दे रखी है। इस मामले का आरोपी मैनेजर जितेंद्र नारुका (Jitendra Naruka) है। जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी है कि उसने करीब सवा तेरह लाख रुपए के माल का गबन किया है। रासलाखेड़ी में आटो मार्क नाम से यह कंपनी थी। कंपनी का यहां गोदाम भी था।
करोड़ों रुपए का टर्नओवर
आटो मार्क इंडस्ट्रीज प्रायवेट लिमिटेड (Auto Mark Industries Private Limited) कंपनी सड़क पर मार्किंग का काम करती है। इसके लिए थर्मोप्लास्टिक मार्किग का पेंट बनाया जाता है। कंपनी 1988 से देशभर में कारोबार कर रही है। कंपनी का दावा है कि वह हर महीने 1250 एमटी पेंट का निर्माण कर सकती है। कंपनी के कई शहरों में ब्रांच भी है। कंपनी का कॉर्पोरेट कार्यालय नागपुर में है। जबकि मुंबई के यवतमाल में उसका पंजीकृत कार्यालय है। इस कंपनी के डायरेक्टर प्रतिमा गुप्ता (Pratima Gupta) और संगीता गुप्ता (Sangita Gupta) है।
कंपनी के नुमाइंदे के पसीने छूटे
कंपनी की सेल और प्रोफिट के विषय पर अभी कोई दस्तावेज सामने नहीं आए हैं। इस फर्जीवाड़ा मामले में कई तरह के तकनीकी पेंच है। जिसके संबंध में जब विवेक वेलंकीबार से संपर्क करके सवाल पूछे गए तो वे जवाब नहीं दे सके। पुलिस सूत्रों के अनुसार इस पूरे मामले की शिकायत से लेकर कार्रवाई आला अधिकारियों के निर्देशन में की गई है। मामले में कंपनी के अन्य आरोपियों की भूमिका को लेकर भी अभी कई तरह के सवाल है। जिनके जवाब देने में कंपनी के अफसरों को देने में पसीना आ गया। पुलिस का कहना है कि जांच के दौरान आडिट रिपोर्ट जब्त की जाएगी।
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