Bhopal News: बेटी की जहर खाने के कारण तो पिता ने लगाई थी फांसी, शक्ति नगर इलाके में गमगीन माहौल, अवसाद की बीमारी से पूरा परिवार तबाह

भोपाल। एक पिता ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। यह घटन भोपाल (Bhopal News) शहर के गोविंदपुरा इलाके की है। डिप्रेशन एक खतरनाक बीमारी है। जिसे समय रहते ठीक नहीं किया तो वह पूरा सामाजिक ताना बाना बिगाड़ सकती है। घटना भोपाल शहर के गोविंदपुरा थाना क्षेत्र की है। यहां होम्योपैथिक चिकित्सक ने फांसी लगाई थी। जबकि उसकी बेटी ने जहर खा लिया था। यह कदम उठाने से पहले पिता ने एक भावकु पत्र इंस्टाग्राम में अपलोड किया था। जिसको पढ़कर शक्ति नगर में अधिकांश घटना की भयावहता को लेकर चिंतित हैं।
हौम्योपेथी का करते थे इलाज
गोविंदपुरा (Govindpura) थाना पुलिस को पिता—पुत्री के शव अलग-अलग कमरे में मिले थे। पुलिस का मानना है कि पिता ने पहले बेटी को जहर पिलाया फिर फांसी लगाई है। घटना की पुष्टि के लिए फोरेंसिक की टीम ने भी मुआयना किया है। पुलिस को मोबाइल (Mobile) पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। घटना शक्ति नगर (Shakti Nagar) में हुई थी। यहां हरिकिशन शर्मा (Harikishan Sharma) पिता वृंदावन शर्मा उम्र 80 साल रहते थे। उनका शव 02 मार्च की सुबह करीब साढ़े दस बजे घर के कमरे में फंदे पर लटका मिला था। उनकी बेटी चित्रा शर्मा (Chitra Sharma) पिता हरिकृष्ण शर्मा उम्र 36 साल का शव दूसरे कमरे में पलंग पर मिला। घटना का पता सुबह तब चला जब एक मरीज उनसे इलाज कराने घर पहुंचा। घर का दरवाजा अंदर से बंद था। काफी देर तक आवाज देने व दरवाजा खटखटाने के बाद भी वह नहीं खुला। मरीज ने कमरे की खिड़की खोली तो हरिकिशन शर्मा फांसी पर लटके मिले। जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची थी। हरिकिशन शर्मा भेेल (BHEL) से सेवानिवृत्त होने के बाद हौम्योपेथी का इलाज करने लगे थे। पुलिस ने मोबाइल जब्त कर लिया है।
सुसाइड नोट में लिखी थी यह बातें
सुसाइड नोट में लिखा है कि उनकी बेटी चित्रा शर्मा मानसिक रूप से बीमार है। मुझे भी कई बीमारियां हो गई हैं। ऐसे में मुझे देखभाल की जरूरत है। लेकिन मुझे इस हालत में बेटी की देखभाल करनी पड़ रही है। अब यह सब बर्दाश्त नहीं हो रहा है। बहुत थक चुका हूं। इसी वजह से अपनी मर्जी से जान दे रहा हूं। उनकी दूसरी बेटी की शादी हो चुकी है। वह अपने पति के साथ बाग मुगालिया इलाके में रहती है। पुलिस को जांच में पता चला कि हरिकिशन शर्मा की पत्नी की करीब चार साल पहले मौत हो गई थी। उसके पहले उनके एकमात्र बेटे की भी मौत हो चुकी थी। इसके बाद से ही उनकी बेटी चित्रा की मानसिक हालत बिगड़ती चली गई। पत्नी और बेटे की मौत के बाद से ही वे भी तनाव में रहने लगे थे। इंस्टाग्राम पर उन्होंने आगे लिखा है कि मैं जिंदादिल व्यक्ति हूं…किसी पर बोझ नहीं बनना चाहता। मैं यह चाहता हूं कि मेरी मौत के बाद बेटी किसी पर बोझ बनकर न रहे। इसकी वजह से अब हमारे सामने अंतिम उपाय जान देना ही बचा है। मैं पहले ही देहदान करने की एम्स में पूरी प्रक्रिया कर चुका हूं। मेरा शव एम्स (AIIMS) को सौंप दिया जाए। जिससे आने वाली पीढ़ी के डॉक्टर मानव अंगों के बारे में जान सकें और कुछ सीख सकें। गोविंदपुरा थाना पुलिस मर्ग 17—18/25 कायम कर लिया है।
खबर के लिए ऐसे जुड़े

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।