Bhopal News: सड़क हादसे में जख्मी किसान की मौत

Share

Bhopal News: एम्स अस्पताल में बारह दिनों तक चला इलाज, हादसे में दोस्त भी हुआ है जख्मी, डिवाइडर से टकराई थी बाइक

Bhopal News
सांकेतिक चित्र—साभार

भोपाल। सड़क हादसे में गंभीर रुप से जख्मी किसान की मौत हो गई। यह दुर्घटना भोपाल (Bhopal News) शहर के रातीबड़ थाना क्षेत्र में हुई थी। जख्मी किसान का भोपाल एम्स अस्पताल में पिछले बारह दिनों से इलाज चल रहा था। उसकी बाइक डिवाइडर से टकराई थी। जिसमें वह बुरी तरह से चोटिल था। पुलिस ने शव पीएम के लिए भेज दिया है।

दोस्त के बयान दर्ज करना बाकी

रातीबड़ (Ratibarh) थाना पुलिस के अनुसार दुर्घटना 22 नवंबर को हुई थी। मौत होने की खबर पुलिस को डॉक्टर दीक्षा ने दी थी। हादसे में सोनू मीना (Sonu Meena) पिता रामेश्वर मीना उम्र 26 साल जख्मी था। वह परवलिया सड़क (Parwaliya Sadak) थाना क्षेत्र स्थित झापडिया गांव में रहता था। सोनू मीना किसानी का काम करता था। उसको पहले हमीदिया अस्पताल (Hamidia Hospital) ले जाया गया था। दुर्घटना नीलबड़ (Neelbarh) में मैन रोड पर हुई थी। हादसे के वक्त बाइक (Bike) पर उसका दोस्त भी था। बाइक सोनू मीना ही चला रहा था। उसके दो बच्चे भी है। इलाज के दौरान बुधवार दोपहर बारह बजे उसकी मौत हो गई। मामले की जांच एएसआई विनीत कुमार (ASI Vineet Kumar) कर रहे हैं। रातीबड़ पुलिस मर्ग 61/24 कायम कर लिया है। पुलिस ने बताया कि अभी दोस्त के बयान दर्ज नहीं हो सके है। इसलिए दुर्घटना के पीछे ठोस वजह सामने नहीं आई है। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)

खबर के लिए ऐसे जुड़े

Bhopal News
भरोसेमंद सटीक जानकारी देने वाली न्यूज वेबसाइट

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें:   स्कॉलरशिप घोटाला : डीजी ने लिया एक्शन तो आठ साल बाद दर्ज हुई एफआईआर
Don`t copy text!