Nursing College Affiliation Scam: फर्जी आधार कार्ड और पैन कार्ड के जरिए चल रहा था फर्जीवाड़ा, नर्सिंग काउंसिल के पदाधिकारी ने दर्ज कराया जालसाजी का मुकदमा, टीचर के अलावा दोनों कॉलेजों के संचालकों और प्राचार्य के खिलाफ भोपाल के पुलिस थाने में दिया था आवेदन
भोपाल। मध्यप्रदेश में नर्सिंग कॉलेजों की मान्यता में चल रही धांधली का मामला सुर्खियों में हैं। इस घोटाले के खिलाफ ग्वालियर बैंच में जनहित याचिका भी लगी है। जिसके आधार पर प्रकरण की जांच के लिए भोपाल सीबीआई को आदेश भी न्यायालय की तरफ से दिया गया है। इधर, अदालत के आदेश के बाद ताबड़तोड़ छापे मारे जा रहे हैं। उधर, कॉलेजों को मान्यता देने वाला नर्सिंग काउंसिल भी अब सक्रिय होगा है। उसने दो कॉलेजों में चल रही गड़बड़ी को पकड़कर भोपाल (Nursing College Affiliation Scam) शहर के टीटी नगर थाने में भेजा है। जिसमें प्रशासकीय अधिकारी ने टीचर के अलावा दो कॉलेजों के प्राचार्यों और संचालकों के खिलाफ जालसाजी का प्रकरण दर्ज कराया है। इसमें आरोपी टीचर का नाम सामने आ गया है। टीचर का नाम एक है लेकिन वह दोनों कॉलेजों में पढ़ाना बताकर वेतन ले रहा था।
चौबीस घंटे के भीतर दर्ज कर ली गई एफआईआर
टीटी नगर (TT Nagar) पुलिस ने बताया कि उक्त जालसाजी के मामले की रिपोर्ट के साथ आवेदन 26 अप्रैल को थाने में भेजा गया था। इस फर्जीवाड़े की जानकारी के साथ चौदह पेज की रिपोर्ट भी भेजी गई है। जिसमें महज 24 घंटे के भीतर पुलिस ने 232/23 धारा 420/120-बी (जालसाजी और साजिश का प्रकरण) दर्ज कर लिया गया। जिसमें आरोपी सुखवीर सिंह (Sukhveer Singh) को अभी बनाया गया है। सुखवीर सिंह नर्सिंग कॉलेज (Nursing College) का टीचर है। उसकी तैनाती ग्वालियर में स्थित भास्कर कॉलेज ऑफ नर्सिंग (Bhaskar College Of Nursing) और ग्वालियर के ही जेबी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग एंड रिसर्च (JB Institute Of Nursing And Research) में दिखाई गई है। टीचर सुखवीर सिंह पिता जगदीश प्रसाद निवासी दर्पण कॉलोनी (Darpan Colony) ठाठीपुर ग्वालियर लिखा है। लेकिन, आधार कार्ड, पैन कार्ड समेत अन्य दस्तावेज अलग-अलग दिए गए। यह दस्तावेज नर्सिंग कॉलेज को रिकॉर्ड में दिए गए थे। इसी कारण कोलार स्थित दानिश कुंज निवासी मनमोहन माथुर (Manmohan Mathur) पिता स्वर्गीय एसएस माथुर उम्र 74 साल ने थाने को आवेदन दिया। वे गोमंतिका परिसर (Gomantika Parisar) जवाहर चौक स्थित नर्सिंग काउंसिल में प्रशासकीय अधिकारी हैं।
एफआईआर में कोर्ट की फटकार को ऐसे बताया गया
मनमोहन माथुर की शिकायत पर तुरंत प्रकरण दर्ज कर लिया गया हैं। एफआईआर में भास्कर कॉलेज ऑफ नर्सिंग और जेबी इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग कॉलेज (Nursing College Affiliation Scam) के संचालकों के नामों को सार्वजनिक नहीं किया गया। इससे पहले जबलपुर हाईकोर्ट में जनहित याचिका 1080/22 लगी थी। जिसके बाद 2022-2023 सत्र के लिए दोनों नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी गई थी। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दोनों कॉलेजों ने मान्यता के लिए ऑन लाइन आवेदन किया था। इसमें ही सुखवीर सिंह ने अपना शपथ पत्र सबमिट किया था। जबकि नियम यह है कि एक शिक्षक एक ही संकाय के साथ कॉलेज में अध्यापन करा सकता है। सुखवीर सिंह के दस्तावेजों को सत्यापित दोनों कॉलेजों ने किया था।
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