Fake Bail Racket : जमानत चाहिए तो जेब ढ़ीली कीजिए

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Fake Bail Racket :  दो साल से सक्रिय गिरोह के 10 व्यक्तियों को क्राइम ब्रांच ने अदालत के पास से दबोचा

Fake Bail Racket
भोपाल जिला अदालत में आरोपियों को फर्जी दस्तावेजों की मदद से जमानत दिलाने वाले गिरोह के गिरफ्तार आठ सदस्य। इसमें दो महिलाएं भी शामिल है।

भोपाल। मध्य प्रदेश (MP Crime News) की राजधानी भोपाल (Bhopal Crime News) की क्राइम ब्रांच ने सोमवार दोपहर एक बड़े नेटवर्क (Fake Bail Racket) का खुलासा किया है। यह नेटवर्क जिला अदालत में फर्जी बही की मदद से लोगों को जमानत (Bhopal Court Bail Racket) दिलाने का रैकेट चला रहा था। गिरोह में पति—पत्नी समेत 10 लोग शामिल थे। फर्जी तरीके से जमानत (Bhopal Cheating Case In District Court) दिलाने से पहले बकायदा आरोपियों को रिहर्सल भी कराई जाती थी। गिरोह के तार अदालत में सक्रिय एक दलाल से जुड़े हैं। उससे पूछताछ के बाद ही इस पूरे नेटवर्क का खुलासा हुआ।

आरोपियों में दो पति—पत्नी

क्राइम ब्रांच ने बताया कि अदालत के नजदीक दो महिलाएं और आठ पुरुष अलग—अलग बैठे थे। वहां बैठे जाने की वजह पूछी गई तो कोई ठोस जवाब नहीं दे सके। सख्ती बरती गई तो बताया कि वह सभी लोकेश यादव (Lokesh Yadav) पिता सुरेश यादव उम्र 50 निवासी एकतापुरी थाना अशोका गार्डन के कहने पर वहां आए थे। लोकेश यादव से पूछताछ की तो फर्जी बही खातों पर जमानत दिलाने वाले रैकेट का पर्दाफाश हुआ। वहां बैठी आशिया बी (Ashiya BI) पत्नी राजेन्द्र सिंह मीणा (Rajendra Singh Meena) उम्र 35 साल बैरागढ़ चीचली और माया बाई (Maya Bai) पत्नी दुर्गेश यादव (Durgesh Yadav) उम्र 32 साल निवासी नवीन नगर ऐशबाग भी थे।

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ऐसे कराते थे रिहर्सल

गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने जालसाजी (Bhopal Cheating Case), दस्तावेजों की कूटरचना समेत अन्य धारा में प्रकरण दर्ज किया है। इसमें शामिल संजय श्रीवास्तव (Sanjay Shrivastav), गणेश मकवाना (Ganesh Makwana) और राजेन्द्र मीणा (Rajendra Meena) के खिलाफ पहले से कई मुकदमे दर्ज है। आरोपी जमानत दिलाने के बाद बही के उस कागज को हटा देते थे। ताकि दूसरी बार फिर वह फर्जी जमानत (Bhopal Farji Jamanat Case) दिला सके। इस काम के लिए लोकेश यादव बकायदा रिहर्सल भी कराता था। वह आरोपियों के परिवार से आमना—सामना कराता था। इसके बदले में मोटी रकम ली जाती थी।

58 से अधिक जमानत

पुलिस ने इस मामले में अन्य आरोपी गणेश मकवाना (Ganesh Makwana) पिता कांशराम मकवाना उम्र 60 साल निवासी विश्वकर्मा नगर निशातपुरा, संजय श्रीवास्तव (Sanjay Shrivastav) पिता वसंत श्रीवास्तव उम्र 42 साल निवासी नव जीवन कॉलोनी छोला मंदिर, संदीप कुशवाहा (Sandip Kushwaha) पिता पर्वत सिंह कुशवाहा उम्र 32 साल मंडीदीप जिला रायसेन, रमेश यादव (Ramesh Yadav) पिता पिता बिहारी लाल यादव उम्र 30 साल नवीन नगर ऐशबाग और नरेश मेवाड़ा उर्फ कालीचरण (Naresh Mewada@Kalicharan) पिता लक्ष्मण सिंह मेवाड़ा उम्र 28 साल नयापुरा गांधी नगर को गिरफ्तार किया। आरोपियों ने 58 से अधिक प्रकरणों के आरोपियों की जमानत (Bhopal Fake Bail Case) कराई है। क्राइम ब्रांच (Bhopal Crime News) उन मामले के आरोपियों के संबंध में जानकारी जुटा रही है।

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