Madhya Pradesh Political Crime: मंत्रियों के नाम से शहर के अखबार में छपा फर्जी विज्ञापन

Share

मंत्री निवास से पुलिस अफसरों को घनघनाए फोन तो दो लोगों के खिलाफ दर्ज हुआ मामला

Madhya Pradesh Political Crime
यह है वह विज्ञापन जो भोपाल से प्रकाशित एक दैनिक अखबार में छपा था

भोपाल। मध्यप्रदेश सरकार (Madhya Pradesh Government) में दो मंत्रियों (MP Minister) के शहर में पर्चे बंट गए। इतना ही नहीं उनके नाम का एक अखबार में विज्ञापन (Advertisement) भी छप गया। इस बात से बेखबर मंत्रियों को जो विभागीय सचिव ने जानकारी दी तो पुलिस अफसरों को फोन घनघनाए गए। पुलिस ने जालसाजी (Bhopal Forgery Case) का मामला दर्ज करके दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। यह मंत्री तुलसी सिलावट और प्रभुराम चौधरी हैं।
ऐसा है विज्ञापन
विज्ञापन देखने से साफ है कि यह युवाओं को झांसे (Fake Advertisement) में लेने के लिए जारी किया गया था। विज्ञापन में दावा किया गया था कि एमपी—सीजी के लिए कंपनी को महिला मॉडल, मैनेजर, टेलीकॉलर, कार्यालय सहायक, सिक्यूरिटी गार्ड, रिसेप्शनिस्ट, कंप्यूटर चलाने वाले समेत अन्य की आवश्यकता (Vacancies) है। न्यूनतम वेतन 10 हजार रुपए बताया गया था। इसमें करीब 200 लोगों के लिए आवश्यकता (Recruitment) बताई गई थी।

कंपनी लास्ट चांस प्रोडक्शन प्रायवेट लिमिटेड (Last Chance Private Limited) नाम की बताई गई थी। इस कंपनी का विज्ञापन भोपाल से प्रकाशित एक दैनिक अखबार (Daily Newspaper) में भी लगाया गया था। कार्यालय का पता भोपाल के अशोका गार्डन स्थित मयूर विहार का बताया गया था। विज्ञापन में चार नंबर के अलावा ई—मेल भी दिए गए थे।

Madhya Pradesh Political Crime
मध्यप्रदेश सरकार में मंत्री प्रभुराम चौधरी और तुलसी सिलावट

फिर क्या हुआ
इस विज्ञापन के बीच में तुलसी सिलावट (Tulsi Silavat) स्कूल शिक्षा मंत्री और प्रभुराम चौधरी (Prabhuram Choudhry) मध्यप्रदेश शासन लिखा हुआ था। जबकि तुलसी सिलावट लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग (PHE Minister) के मंत्री हैं। वहीं प्रभुराम चौधरी के पास स्कूल शिक्षा विभाग (School Education Minister) का प्रभार हैं।

यह भी पढ़ें:   PNB SCAM : फर्जी किसान बनाकर किया 63 लाख रुपए का घोटाला

मतलब साफ था कि विज्ञापन सरकार को बदनाम करने के लिए लगाया गया था। इस बात की जानकारी मंत्रियों को लगी तो उन्होंने भोपाल रेंज के अफसरों को फोन घनघनाना शुरू कर दिया। इसके बाद भोपाल पुलिस हरकत में आई। उसने मंत्री के निज सहायक (Personnel Secretary ) राकेश कुमार की शिकायत पर ललित सिंह और गब्बर थावरे के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। इस संबंध में अशोका गार्डन थाना प्रभारी उमेश यादव ने बताया कि अभी मामले की जांच की रही है। वहीं इस गिरोह के झांसे में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है।

Don`t copy text!