MCU Scam: मीडिया से बचकर भागे कुठियाला फिर घंटे बार वकील के साथ ईओडब्ल्यू लौटे

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MCU Scam
मीडिया के सवालों से बचते पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला

तीसरी बार भी पूछताछ के लिए तलब कर सकता हैं ईओडब्ल्यू, दो दिन बाद सुप्रीम कोर्ट में हैं पेशी

भोपाल। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विवि में हुए घोटालों (MCU Scam) को लेकर आरोपी पूर्व कुलपति बृज किशोर कुठियाला बुधवार सुबह ईओडब्ल्यू (EOW) पहुंचे। लेकिन, मैन गेट के आस—पास मीडिया को देखकर वे चलते बने। करीब एक घंटे बाद वह वकील के साथ वापस लौटे। ईओडब्ल्यू का कहना है कि कुठियाला से अभी दूसरे दौर की पूछताछ चल रही है। आवश्यकता हुई तो तीसरी बार भी बुलाया जाएगा।

डीजी केएन तिवारी के मुताबिक पूर्व कुलपति कुठियाला ने दो बार का कार्यकाल माखनलाल में पूरा किया था। इस दौरान उन्होंने कई वित्तीय अनियमितता (MCU Scam) की थी। जिसके लिए उन्हें नोटिस देकर तलब किया गया था। इससे पहले कुठियाला 30 अगस्त, 2019 को ईओडब्ल्यू पहुंचे थे। डीजी ने बताया कि कुठियाला ने अपने कार्यकाल में कई अध्ययन केन्द्रों (Makhanlal Study Center) को मंजूरी दी थी। ऐसा करने के लिए उन्होंने कानून में संशोधन भी किए थे। इसके अलावा ऐसे सेमीनार उन्होंने कराए थे, जिसका पत्रकारिता के विषय और यूनिवर्सिटी हित में नहीं था। कुठियाला ने अपने कार्यकाल में कुछ ऐसे प्रमोशन भी किए हैं जो कानून संगत व्यवहारिक नहीं थे। इन सबके अलावा अन्य बिंदुओं पर जवाब पेश करने के लिए उन्होंने ईओडब्ल्यू से मोहलत मांगी थी। अभी पूछताछ की जा रही है। जिसकी आवश्यकता पड़ने पर रिकॉर्डिंग भी की जा रही हैं। डीजी ने कहा कि हमें आवश्यकता लगेगी तो कुठियाला को तीसरी बार भी तलब किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सु्प्रीम कोर्ट की तरफ से 13 सितंबर तक कुठियाला की गिरफ्तारी पर रोक हैं। इस संबंध में 13 सितंबर को ईओडब्ल्यू अपनी रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश करेगा। इधर, कुठियाला के खिलाफ जिला अदालत में संपत्ति कुर्क का मामला भी विचाराधीन है।

MCUजब आते हैं बचते हैं कुठियाला
माखनलाल यूनिवर्सिटी के कुलपति रहे बृजकिशोर कुठियाला पत्रकारिता के गुर बताते थे। लेकिन, जबसे उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया हैं वे एक बार भी मीडिया के सामने नहीं आए। हालात यह है कि वह मीडिया को देखकर यहां—वहां हो जाते हैं। बुधवार को भी कुठियाला सही वक्त पर ईओडब्ल्यू पहुंचे। लेकिन, वहां मीडिया को देखकर चले गए। कुछ देर बाद वापस लौटे तो वे अपनी कार भीतर ले जाने लगे। जिसे वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी ने रोक दिया। इसके बाद कुठियाला तेज कदमों के साथ ईओडब्ल्यू की तरफ जाने लगे। पीछे—पीछे मीडिया सवाल पूछता रहा कोई जवाब वह नहीं दे सके।

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सारे दांव—पेंच आजमा चुके पूर्व कुलपति
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता यूनिवर्सिटी में हुए (MCU Scam) घोटाले के मामले में फरार चल रहे बृजकिशोर कुठियाला ने ईओडब्ल्यू (EOW) को पहले बहुत छकाया। कुठियाला ने एजेंसी के अफसरों से कहा था कि वे सोमवार को हाजिर होंगे। उनके इंतजार में मीडिया और एजेंसी के अफसर दिनभर परेशान होते रहे। लेकिन, इस बीच वे भोपाल जिला अदालत पहुंच गए। आर्थिक प्रकोष्ठ विंग को मुंह चिढ़ा रहे पूर्व कुलपति बीके कुठियाला  अब गिड़गिड़ाते हुए  न करने की शर्त पर सबकुछ बताने को राजी हैं।

यह दांव भी काम न आए
इस मामले में कुठियाला ने (MCU Scam) एफआईआर दर्ज होने के बाद अपनी तरफ से पक्ष मीडिया में चलाया था। जिसमें उन्होंने दावा किया था कि जो भी काम किया गया वह सरकारी मानकों के तहत किया गया। कुठियाला को 8 जून को ईओडब्ल्यू के समक्ष हाजिर होने के लिए आदेश था। उन्होंने हाजिर होने की बजाय एक पत्र ईओडब्ल्यू को पहुंचा दिया। कुठियाला ने दो से तीन दिन की मोहलत मांगी है। जिसके बाद ईओडब्ल्यू एसपी अरूण मिश्रा ने 11 तारीख को हाजिर होने के लिए पत्र भेज दिया है। इसी बीच कुठियाला इस मोहलत के दौरान जिला अदालत, हाईकोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गए। वहां से उन्हें पूरी राहत तो नहीं मिली है लेकिन वे अब भी ईओडब्ल्यू के सामने हाजिर नहीं हो रहे हैं।

यह है मामला
जानकारी के अनुसार ईओडब्ल्यू (EOW) ने इस गड़बड़ी के मामले में (MCU Scam) अप्रैल, 2019 में मुकदमा दर्ज किया था। इसमें 20 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज की गई थी। जिसमें पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला, डॉक्टर अनुराग सीठा, डॉक्टर पी शशिकला, डॉक्टर पवित्र श्रीवास्तव, डॉक्टर अविनाश बाजपेयी, डॉक्टर अरूण कुमार भगत, प्रोफेसर संजय द्विवेदी, डॉक्टर मोनिका वर्मा, डॉक्टर कंचन भाटिया, डॉक्टर मनोज कुमार पचारिया, डॉक्टर आरती सारंग, डॉक्टर रंजन सिंह, सुरेन्द्र पाल, डॉक्टर सौरभ मालवीय, सूर्य प्रकाश, प्रदीप कुमार डहेरिया, उसका भाई सत्येन्द्र कुमार डहेरिया, गजेन्द्र सिंह, डॉक्टर कपिल राज चंदौरिया और रजनी नागपाल समेत अन्य के नाम थे। इसमें आरती सारंग प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग की बहन हैं। वहीं प्रोफेसर संजय द्विवेदी बघेलखंड के एक कद्दावर नेता के रिश्तेदार हैं।

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ईओडब्ल्यू के यह है आरोप
ईओडब्ल्यू (EOW) का आरोप है कि घोटाला लगभग 25 लाख रूपए का है। कुठियाला के कार्यकाल में हुई वित्तीय गड़बडिय़ों (MCU Scam) की फेहरिस्त लंबी हैं। हालांकि प्राथमिक जांच में जो बातें सामने आई है उसके अनुसार कुठियाला ने विवि के बजट से आठ लाख रुपए अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद को भुगतान किए। यह भारतीय जनता पार्टी की छात्र इकाई है। इसके अलावा राष्ट्रीय ज्ञान संगम के लिए विवि से ही साढ़े नौ लाख रुपए का भुगतान किया गया। वहीं जम्मू-कश्मीर अध्ययन केन्द्र की तरफ से श्रीश्री रविशंकर के आश्रम में आयोजित राष्ट्रीय विद्वत संगम के लिए तीन लाख रुपए का (MCU Scam) भुगतान किया गया। नागपुर में भारतीय शिक्षण मंडल नाम की संस्था को आठ हजार रुपए दिए गए। यह संस्था भी आरएसएस से जुड़ी है।

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