Bhopal Murder News: वारदात को अंजाम देने मंडला जिले से भोपाल आया था एएसआई पति, नौकरानी को धकेलकर घर के भीतर घुसकर ताबड़तोड़ कई चाकू बरसाए, जिस सफारी कार से आया उसके चालक को भी दबोचा गया, चाकू के वार उन जगहों पर भी लगे जिसकी सामान्य चोट से भी कोई भी व्यक्ति सिहर उठता है, पारिवारिक कलह बताकर राजधानी के सनसनीखेज हत्याकांड पर डाला जा रहा पर्दा, कुछ तो बात है जिस पर पुलिस विभाग की साख पर बन आती
भोपाल। सतपुड़ा भवन के वित्त विभाग में तैनात महिला लेखा अधिकारी और उसकी बड़ी बहन की चाकू से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई। यह सनसनीखेज हत्याकांड भोपाल (Bhopal Murder News) शहर के ऐशबाग थाना क्षेत्र का है। आरोपी इस जघन्य वारदात को अंजाम देने सफारी कार से बकायदा भोपाल आया था। मुख्य आरोपी एमपी पुलिस में तैनात एएसआई है। हत्याकांड को लेकर अभी तक कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। जबकि जांच करने मौके पर एडिशनल सीपी पंकज श्रीवास्तव, डीसीपी प्रियंका शुक्ला से लेकर तमाम अफसर पहुंच गए थे। हत्याकांड में शामिल आरोपी को मंडला पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें भोपाल लेकर आने के लिए एक टीम रवाना हो गई है।
अपार्टमेंट के पांच घरों ने चीख—पुकार सुनकर भी अपना दरवाजा नहीं खोला, छत से झांककर शव ले जाते देखते रहे
यह सनसनीखेज हत्याकांड 03 दिसंबर की सुबह लगभग साढ़े दस बजे पता चल गया था। सबसे पहले खबर डायल—100 (Dial-100) को दी गई थी। यह फोन डायल—100 पर आर्या मरावी (Arya Maravi) ने लगाया था। उसने पुलिस को बताया कि उसकी मौसी मेघा सिंह (Megha Singh) पिता जयपाल सिंह उम्र 35 साल और गुडिया उर्फ विनीता मरावी (Gudiya@Vineeta Maravi) पति योगेश मरावी उम्र 40 साल साथ रहते हैं। दोनों यहां ऐशबाग (Aishbag) थाना क्षेत्र स्थित पदमनाभ नगर (Padmanabh Nagar) के नजदीक सिम्मी अपार्टमेंट (Simmi Apartment) फेज—3 पर स्थित दूसरी मंजिल के फ्लैट नंबर सी—13/10 में रहते हैं। मेघा सिंह सतपुड़ा भवन (Satpura Bhawan) में वित्त विभाग में लेखाधिकारी हैं। जबकि विनीता मरावी पति से अलग बहन के साथ ही रहती है। पति योगेश मरावी (Yogesh Maravi) मंडला (Mandala) जिले में एएसआई (ASI) है। आर्या मरावी के पास दोनों बहनों के यहां काम करने वाली बाई सेवंती का कॉल आया था। उसने बताया कि साढ़े दस बजे वह काम करने घर पहुंची। दरवाजें पर दस्तक दी थी। जैसे ही दरवाजा खुला तो पीछे अचानक आया योगेश मरावी उसके पहले घुस गया। उसने दरवाजा लगाकर ताबड़तोड़ चाकू बरसाना शुरु कर दिए। दोनों बहनें जान बचाने के लिए चीख रही थी। उनकी पुकार सुनकर काम वाली बाई ने भी लोगों से मदद मांगी। लेकिन, उस अपार्टमेंट में रहने वाले पांच परिवारों में से कोई भी बाहर निकला। सभी अपने फ्लैट में दुबके रहे। यह सारा वाक्या पांच मिनट में हुआ और फिर योगेश मरावी तुरंत ही वहां से भाग गया।
दो कैमरों में कैद हुआ जिसके बाद सफारी का नंबर सामने आया
ऐशबाग पुलिस ने प्रकरण 518/24 दर्ज कर लिया है। मेघा सिंह और उसकी बड़ी बहन विनीता मालवीय का शव पीएम के लिए भेज दिया गया है। ऐशबाग पुलिस मर्ग 62—63/24 दर्ज कर लिया है। अभी शव का पीएम नहीं किया गया है। इसलिए पुलिस आधिकारिक तौर पर चोट के निशान को लेकर प्रतिक्रिया नहीं दे रही। सूत्रों ने बताया कि साली के प्रायवेट पार्ट पर चाकू के कई वार किए गए हैं। सिम्मी अपार्टमेंट के भूतल में चार फ्लैट हैं। इसमें दो फ्लैट में व्यवसायिक गतिविधियां होती है। एक दुकान चाय की है जिसके कैमरे में आरोपी कैद हुआ। इसके बाद दूसरी मंजिल में दो परिवार रहता है। उनके सामने ईमेजर्स सेल्स प्रायवेट लिमिटेड (Imagers Sales Private Limited) का दो फ्लैट में दफ्तर है। इस कंपनी का एक कैमरा सीढ़ियों के सामने लगा है। इसके बाद दूसरी मंजिल में जहां मेघा सिंह और उसकी बहन विनीता मरावी की हत्या हुई वह किराए से रहती थी। बाजू वाला फ्लैट एक महिला का है जो दो साल से खाली पड़ा है। वहीं सामने एक जैन परिवार रहता है। उनके बाजू वाला फ्लैट भी खाली है। ईमेजर्स सेल्स प्रायवेट लिमिटेड कंपनी के कैमरे में हत्या करने से पहले और उसके बाद सिर्फ छह मिनट का अंतर पाया गया। यानि उसने कुछ मिनटों में जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया। मौके पर पड़ताल के लिए पुलिस के खोजी दल भी आया हुआ था। इसके अलावा एफएसएल की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी। डॉग स्क्वायड ने भी घटनास्थल पर पड़ताल करने आई थी।
आरोपी योगेश मरावी मंडला जिले में तैनात है। वह एएसआई है और फिलहाल मवई (Mawai) थाने में उसकी पोस्टिंग है। आरोपी (Bhopal Murder News) छत्तीसगढ़ (Chhatisgarh) का वाहन लेकर भोपाल आया था। कार टोयटा की कंपनी की थी जो सफेद रंग की है। कार CG—04—HS—1052 थी जो रायपुर के पते पर रजिस्टर्ड है। उसे मंडला जिले के नेनपुर (Nainpur) थाना क्षेत्र स्थित पिण्डरई चौकी में वाहन के साथ पकड़ लिया। सफारी कार (Safari Car) को मोहित पनररिया पिता मोन्टूदास पनररिया निवासी वैहर चला रहा था। पुलिस ने उसको भी आरोपी बनाया है। दोनों को लेने पुलिस की एक टीम ऐशबाग थाने से रवाना हो चुकी है। सूत्रों ने बताया कि हत्या के बाद चाकू साली के शरीर में घुसा हुआ छोड़कर भाग गया है। आरोपी ने सफारी कार में ही कपड़े भी बदल लिए थे। इस संबंध में डीसीपी जोन—1 प्रियंका शुक्ला (DCP Priyanka Shukla) की तरफ से यह आधिकारिक बयान दिया गया है कि पति—पत्नी के बीच पारिवारिक कलह चल रही थी। उसको बारह साल बाद भी बच्चा नहीं हुआ था। वह उसको अपने साथ मंडला ले जाना चाहता था। इसी बात को लेकर कलह हुई थी। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
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