राजधानी में बढ़ रही है लूट की वारदातों पर नहीं लग पा रहा अंकुश
भोपाल। शहर एक बार फिर (Bhopal crime) लुटेरों की सक्रियता से दहशत में हैं। एक महीने में आधा दर्जन से अधिक वारदातें हुई। जिसमें थाना प्रभारियों ने चोरी का मामला दर्ज करके अपनी जान बचा ली।
जानकारी के अनुसार ताजा मामला टीटी नगर थाना क्षेत्र का है। लूट की वारदात (Bhopal crime) थाने से महज कुछ दूर डाक भवन के सामने शुक्रवार रात साढ़े नौ बजे हुई थी। घटना का शिकार बनी डॉक्टर गीतिका निगम पति स्वर्गीय डॉक्टर अशोक निगम उम्र 63 साल ने पुलिस को बताया कि वे घटना के वक्त पार्किग में कार लेने जा रही थी। इससे पहले वे नेहरू नगर जैन टॉवर स्थित निवास से न्यू मार्केट खरीददारी के लिए आई थी। गीतिका निगम नेहरू नगर में आंखों का क्लीनिक भी चलाती है।
शोर मचाया पर नहीं आया कोई सामने
गीतिका ने पुलिस को बताया कि घटना के वक्त उसके साथ भतीजा आदित्य, भतीजी अलंकिता भी थे। सभी न्यू मार्केट की स्मार्ट पार्किग में खड़ी कार लेने जा रहे थे। तभी एक बाइक सवार आया और बैग झपटकर (Bhopal crime) भाग गया। बैग में दवा, घर की चाबियां, मोबाइल, दो सिम, 12 हजार रुपए नकद थे। लूट (Bag snatch) होने के बाद लुटेरे को पकडऩे के लिए आवाज भी लगाई। लेकिन, कोई सामने नहीं आया। तुरंत थाने पहुंचने पर पुलिस ने (Bhopal crime) लूट का मामला दर्ज कर लिया। गीतिका के बताए संदिग्ध हुलिए के व्यक्ति को दबोचने के लिए नाकेबंदी भी की गई। इसके बावजूद पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। पुलिस ने इस मामले में (Bhopal crime) लूट का प्रकरण दर्ज कर लिया है।
क्राइम ब्रांच का गुंडा स्क्वायड सुस्त
लुटेरों और शातिर चोरों पर निगरानी रखने का काम शहर का (Bhopal crime) क्राइम ब्रांच करता है। इसके बावजूद वहां इस मामले में गंभीरता दिखाई नहीं दे रही। अब तक क्राइम ब्रांच ने कोई बड़े (Bhopal crime) लुटेरों या फिर गैंग का खुलासा नहीं किया है।