उप डाकपाल ने किया सवा एक करोड़ रुपए का गबन

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सीबीआई ने डाकघर की रिपोर्ट के आधार पर दर्ज किया मामला

भोपाल। सीबीआई की भोपाल यूनिट ने डाकघर के एक उप डाकपाल के खिलाफ जालसाजी, गबन और भ्रष्टाचार निवारण समेत अन्य धारा में मामला दर्ज किया है। आरोपी की फिलहाल गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। आरोपी ने डाकघर के बचत खातों में फर्जी इंट्री दिखाकर सवा एक करोड़ रुपए निकाल लिए थे।
सीबीआई के अनुसार इस मामले की शिकायत सीहोर डाकघर अधीक्षक ने की थी। इससे पहले डाकघर ने अपनी जांच पृथक रूप से की थी। यह रिपोर्ट अब सीबीआई मांगने जा रही है। घोटाले का आरोपी उप डाकपाल एके सोनी है जो कि पचोर में रहता है। सोनी की तैनाती राजगढ़ में थी। डाकघर अफसरों ने जांच के बाद सोनी को निलंबित कर दिया है। इसके बाद पूरी जांच रिपोर्ट सीबीआई को सौंप दी। रिपोर्ट के आधार पर सीबीआई ने ८ अप्रैल, २०१९ को मुकदमा दर्ज करके आरोपी की तलाश शुरू कर दी है।
कैसे किया फर्जीवाड़ा


डाक विभाग ने अपने ग्राहकों को सुविधा उपलब्ध कराने के लिए संचय पोस्ट साफ्टवेयर का इस्तेमाल किया। इसकी मदद से डाकघरों को कोर बैंकिंग की तकनीक से जोड़ा जाना था। सीबीएस माइग्रेसन करके ग्राहकों को जून, २०१७ में जोड़ा गया। उस वक्त सोनी ने इस सिस्टम के इंस्टाल होने से पहले पहले की तारीखों में फर्जी राशि जमा कर दी गई। इस बात से वे खाताधारक अवगत नहीं थे। ऐसे खातों की संख्या १३८ है। इसमें लगभग एक करोड़, २२ लाख से अधिक राशि की गड़बड़ी पाई गई। उल्लेखनीय है कि इसी तरह का फर्जीवाड़ा साफ्टवेयर इंस्टाल करने के बाद शहडोल में भी पकड़ाया था। इस मामले में आधा दर्जन से अधिक एफआईआर डाक विभाग करा चुका है। अधिकांश एफआईआर जबलपुर सीबीआई ने अपने यहां दर्ज की है। अब तक इसी तकनीक में किए गए फर्जीवाड़े में करीब सात करोड़ रुपए का घोटाला सामने आ चुका है। यह रकम कहां है और किसके पास है इस बात की पड़ताल सीबीआई की टीम कर रही है।

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