Bhopal Murder News: सैकड़ों लोगों ने पोस्टमार्टम के बाद शव सड़क पर रखकर लगाया चक्काजाम, राजनीतिक भीड़ जुटाने के लिए करता था काम, इसी बात से रंजिश रखते थे आरोपी, मतदान के कुछ दिन पूर्व प्रचार के दौरान हुई थी मारपीट
भोपाल। भाजपा कार्यकर्ता के कत्ल के मामले ने राजनीतिक तूल ले लिया है। आरोप है कि पुलिस ने जिन लोगों को आरोपी बनाया उसमें मुख्य आरोपी का नाम एफआईआर से गायब किया गया। जबकि वह घटना (Bhopal Murder News) के वक्त वारदात वाली जगह पर मौजूद था। इसी बात से नाराज मरने वाले युवक के समर्थकों ने पोस्टमार्टम के बाद शव सड़क पर रखकर चक्काजाम कर दिया। जिसकी हत्या हुई वह जेल से पैरोल पर बाहर आये उसके साथी सतीश खरे को छोड़ने जा रहा था। सतीश खरे पैरोल अवधि समाप्त होने के बाद जेल जा रहा था। तभी जेल गेट से सामाने उसकी हत्या की गई।
पुलिस ने इन धाराओं में दर्ज किया था प्रकरण
गांधी नगर (Gandhi Nagar) थाना पुलिस के अनुसार सुरेंद्र कुशवाह (Surendra Kushwah) पिता घनश्याम कुशवाह उम्र 28 साल की हत्या की गई है। वह टीटी नगर स्थित नर्मदा भवन (Narmada Bhawan) के नजदीक बस्ती में रहता था। उसके साथी सतीश खरे (Satish Khare) जो कि हत्या के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था। वह मर्डर केस में पैरोल पर बाहर आया था। जिसकी अवधि समाप्त होने पर उसका भाई ईश खरे (Ish Khare) और विकास वर्मा (Vikas Verma) उसे जेल छोड़ने जा रहे थे। तभी 17 मई की शाम लगभग छह बजे हमलावर वहां पर पहुंचे। आरोपियों में संदेश नरवडे (Sandesh Narwade) , छोटा फैजल, आकाश भदौरिया (Akash Bhadauriya) और दीपेश सेन (Deepesh Sen) आए। उन्होंने सभी पर चाकू से हमला कर दिया। सभी जान बचाकर यहां—वहां भागने लगे। सुरेंद्र कुशवाह की जांघ पर चाकू का गंभीर वार लगा था। वहीं विकास वर्मा के हाथ में छुरी लगी थी। दोनों को श्रध्दा अस्पताल (Shraddha Hospital) ले जाया गया। यहां सुरेंद्र कुशवाह की हालात नाजुक बताकर उसे एम्स अस्पताल (AIIMS Hospital) भेज दिया। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने 17—18 मई की दरमियानी रात एक बजे 142/24 धारा 307/34 (हत्या का प्रयास और एक से अधिक आरोपी का प्रकरण) दर्ज कर लिया था। इधर, मौत के बाद गांधी नगर पुलिस मर्ग 29/24 दर्ज कर लिया। पुलिस इस मामले में हत्या की धारा बढ़ाने जा रही है।
यह बोलकर हुआ हंगामा, पुलिस के अफसर भीड़ को मनाते रहे
सुरेंश कुशवाह का शव पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया। शव लेकर परिजन टीटी नगर (TT Nagar) स्थित नर्मदा भवन के सामने पहुंचे। यहां मौजूद उसके सैंकड़ों प्रशंसकों ने भीड़ लगा दी। इसके बाद वहां शव (Bhopal Murder News) को रखकर चक्काजाम कर दिया। इसमें महिलाएं भी शामिल थी। भीड़ का आरोप था कि इस हत्याकांड में तंजील खान (Tanzeel Khan) का नाम एफआईआर में शामिल नहीं किया गया। जबकि इस वारदात के पीछे उसका सीधा हाथ था। वहां मौजूद भीड़ ने बताया कि सुरेंद्र कुशवाहा भाजपा (BJP) के लिए भीड़ जुटाने का काम करता था। उसके पास युवाओं की भारी टीम थी। इस बात से तंजील नाराज चलता था। वह उसके लिए काम करने के लिए बोलता था। इसी बात को लेकर एक पखवाड़े पहले भी चुनाव प्रचार के दौरान विवाद हुआ था। प्रदर्शन की जानकारी लगने पर टीटी नगर थाना प्रभारी अशोक गौतम (TI Ashok Gautam) मौके पर पहुंचे। उन्होंने भीड़ को समझाईश दी और चक्काजाम शांत कराया। एडीसीपी जोन—4 मलकीत सिंह (ADCP Malkit Singh) से जब इस प्रदर्शन को लेकर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने कहा कि एफआईआर विकास वर्मा की शिकायत पर दर्ज की गई है। उसने पुलिस को उस वक्त कोई नाम नहीं बताए। यदि कोई प्रत्यक्षदर्शी मिलता है और वह पुलिस को सबूत देगा तो तंजील खान का नाम एफआईआर में जोड़ दिया जाएगा।
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