दबंगों से परेशान महिला की सुनिए आप बीती, पुलिस की तरफ से नहीं मिला सहयोग
कानपुर। उत्तर प्रदेश दबंगई को लेकर काफी बदनाम रहा है। यहां परीक्षा हो या फिर कोई भी सौदा। दबंगई जमकर चलती ही हैं। ताजा मामला कानपुर का है। जिसको लेकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर इच्छा मृत्यु की मांग रखी गई है।
उत्तर प्रदेश में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बने थे तब उन्होंने मंच से ऐलान किया था कि उनके राज्य में गुंडई और दबंगई नहीं चलेगी। लेकिन, उनकी बातें कितनी दमदार थी उसकी कलई खोलती यह घटना पुलिस के सिस्टम को भी आईना दिखाने के लिए काफी है। पीडि़त चैबेपुर इलाके की रहने वाली 35 वर्षीय महिला है। उसने बताया कि परिवार खेती के भरोसे ही रहता है। जिसको लेकर कानूनी विवाद चल रहा है। उनकी जमीन को लेकर आस-पास के कुछ लोग खेती कब्जा करना चाहते हैं। इसके लिए निर्माण कराना चाहते हैं। जिसका हमारे परिवार की तरफ से विरोध जताया जा रहा है। इसके चलते वो लोग आए दिन परेशान करते हैं।
महिला से सुनिए उसके साथ हुई आप—बीती
घर में घुसकर सबकुछ किया
उसने बताया कि 7 अप्रैल को जितेंद्र, ओमप्रकाश, पिंटू, विवेक, मोहित, कल्लू, राजा समेत करीब 15 लोग उनके घर में घुस आए। धमकाते हुए परिवार को गालियां दी जाने लगी। महिला का दावा है कि घर में घुसकर उसके कपडे फाड़कर उसे अपमानित भी किया और छेड़छाड़ की गई। हालांकि पुलिस को यह अभद्रता नहीं लग रही है। वह इस मामले को लेकर थाने से लेकर अफसरों तक शिकायत कर चुकी है। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं होने पर उसने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री से शिकायत की है। महिला चाहती है कि जब सिस्टम उसके और परिवार को न्याय दिलाने में सहयोग नहीं कर सकता तो मरने में मदद करे।
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यह कहना है थाने के प्रभारी का
इस मामले में जब क्षेत्रीय थानाध्यक्ष सुखराम सिंह यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ओमप्रकाश की तरफ से महिला के खिलाफ मारपीट की शिकायत की गई थी, जिसका मुकदमा लिखा गया था। इसके अलावा महिला बलात्कार के प्रयास का मुकदमा लिखाने आई थी, मामला संज्ञान में लिया गया है। उचित कार्रवाई की जाएगी।