MP Cop News: प्रदेश के सभी थानों में सायबर हेल्प डेस्क की शुरुआत, भारतीय न्याय संहिता की तरह भोपाल के हर थाने में भरपूर मार्केटिंग करते वक्त उजागर हो गई पोल, सेवानिवृत्त अफसर काट रहे थे थाने के कई महीनों से चक्कर
भोपाल। प्रदेश की राजधानी भोपाल में 01 दिसंबर को हर थाने में सायबर हेल्प डेस्क की शुरुआत की गई। इससे पहले पुलिस कमिश्नर कार्यालय में चार जोन के थानों में तैनात मैदानी कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान सायबर से जुड़े मामलों में जानकारी मांगने और उसका तरीका बताया गया। मैदानी कर्मचारियों को बताया गया कि मामला थाना स्तर पर ही समाधान हो रहा हो तो उसे करें। यदि प्रकरण गंभीर स्तर का है तो आला अधिकारियों (MP CopNews) को बताएं। इसी प्रशिक्षण के बाद रविवार को इस मुहिम की शुरुआत की गई। इसके लिए पुलिस कमिश्नर भोपाल शहर के हबीबगंज थाने में भी पहुंचे। इस दौरान एक सेवानिवृत्त अफसर जो कई महीनों से चक्कर काट रहे थे उनका प्रकरण दर्ज कर लिया गया।
कोशिश शुरु हुई उसमें सवाल नहीं बल्कि अधूरे इंतजामों से किसको फायदा होगा
शहर में साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए रविवार को सभी 37 थानों में सायबर हेल्प डेस्क (Cyber help desk) की शुरुआत कर दी गई। पुलिस कमिश्नर हरीनारायणचारी मिश्रा (CP Harinarayanchari Mishra) ने हबीबगंज थाने में इस डेस्क का शुभारंभ किया। इस दौरान इलाके में रहने वाले पूर्व अफसर ने हेल्प डेस्क पर पहली शिकायत दर्ज कराई। डेस्क के लिए शहरी इलाके में पदस्थ करीब चार सौ पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षित किया गया है। इसके शुरु होने से अब पीड़ितों को शिकायत करने क्राइम ब्रांच और राज्य साइबर सेल नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि, अब संबधित थाने में ही शिकायत होगी। सायबर अपराधों में वृद्धि होने से क्राइम ब्रांच छोटे मामलों में ही उलझकर बड़े टारगेट को पूरा नहीं कर पा रही थी। इस व्यवस्था से अब उसे राहत मिलने वाली है। डेस्क पर संबधित थानों में पांच लाख रुपए तक के मामलों की शिकायत की जा सकेगी। जल्द शिकायत होने से पैसा साइबर पुलिस त्वरित कार्रवाई कर होल्ड कर सकेगी। जिससे पैसा वापस होने की संभावना बढ़ जाएगी।
दो खातों से गायब हुए थे सवा लाख
डेस्क पर 01 दिसंबर को हबीबगंज (Habibganj) थाने में पहला मामला 571/24 दर्ज किया गया। शिकायत ई-7 लाला लाजपत कालोनी (Lala Lajpat Rai Colony) निवासी 65 वर्षीय जयगोविंद खेडवरकर (Jaigovind Khedwarkar) ने दर्ज कराई है। उनके साथ 1 लाख 29 हजार की ठगी हुई थी। उन्होंने 15 सितंबर को स्नेपडील से ऑनलाइन ढाई सौ रुपए का सामान मंगाया था। फोनपे के माध्यम से भुगतान किया। सामान नहीं आया तो क्रॉम में जाकर कस्टमर केयर पर शिकायत दर्ज कराई। यह कस्टमर केयर की बजाय शातिर जालसाजों का था। राशि वापस करने का झांसा देकर उन्हें एक लिंक भेजी। इसके बाद 19 सितंबर को खातों से कुछ ही देर में तीन बार में 1 लाख 29 हजार रुपए निकल गए थे। इस संबंध में वे शिकायत दर्ज कराने चक्कर काट रहे थे। प्रकरण सायबर क्राइम के पास भी पहुंचा था। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।