Corona Now In Villages: दिल्ली, मुंबई समेत तमाम बड़े महानगरों से एमपी लौटने वाले प्रवासी मजदूरों को किया जाएगा क्वारेंटाइन
भोपाल। मध्य प्रदेश (Corona Now In Villages) की राजधानी भोपाल की ताजा न्यूज कोरोना महामारी को लेकर सामने आई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण गांव की तरफ सरक गया है। इस तरह के संकेत चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सरकार ने इससे निपटने के लिए शहरों की ही तरह वहां भी कोरोना कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया है। मंत्री ने किसी राज्य का नाम न लिए बगैर कहा कि बाहर से गांव आने वाले नागरिकों की निगरानी एक पोर्टल के जरिए की जाएगी। यह सारी कवायद करने से पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपात कैबिनेट बैठक में मंत्रियों से सलाह ली थी। जिसके बाद कई फैसले गांवों को लेकर लिए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्री आए तो जरुर पर बोले नहीं
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने कहा कि मप्र के ग्रामीण अचंलों में इस महामारी से निपटने के लिए 19 हजार 519 क्वारेंटाइन सेंटर बना लिए हैं। जिसमें दो लाख 90 हजार 706 बिस्तर हैं। ग्रामीण विकास विभाग की मदद से नवाचार करते हुए पंचायत पोर्टल बनाया जा रहा है। इसमें प्रवासी मजदूरों का डाटा और संभावित संक्रमित मरीजों की जानकारी लोड की जाएगी। मंत्री ने कहा कि कोरोना चैन तोड़ने के लिए स्व सहायता समूहों की भी मदद ली जाएगी। गांव में एक कमेटी बनेगी। जिसमें आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता के अलावा शिक्षकों की मदद से समिति काम करेगी। इस पूरी पत्रकार वार्ता के दौरान चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने ही पत्रकारों को संबोधन किया। जबकि उनके बाजू में स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर प्रभुराम चौधरी भी मौजूद थे।
नौ दिन भयावह होने के संकेत
मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार कोरोना से निपटने के लिए पूरी मुस्तैद है। वह रेमडेसिविर इंजेक्शन, बिस्तर, आक्सीजन से लेकर तमाम कई बिंदुओं पर मंथन करके उसका समाधान निकाल रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 52 जिलों में 140 कोविड सेंटर बनाए गए हैं। इनमें ध्यान, योग के अलावा संगीत भी रहेगा। इसके अलावा सेंटर को मेडिकल बैकअप भी मिलेगा। सारंग ने संकेत दिए कि स्थिति चिंताजनक हो सकती है। लेकिन, वे खुलकर इस बात को बता नहीं सके। सरकार सारी रणनीति 30 अप्रैल को आधार बनाकर तय कर रही है। गांव में समिति के सदस्यों को ग्रामीणों में मास्क और सामाजिक दूरी का पालन कराने के लिए 732 मास्टर ट्रेनर की मदद से प्रशिक्षण देने का फैसला लिया गया है।
सरकार की इसलिए हैं चिंता
एमपी कोरोना गाइंड लाइन दूसरी वेव से निपटने के लिए हर दिन हर जिले में बदली जा रही है। लॉकडाउन के बाद अब यह ताजा निर्देश गांव के लिए कैसे होंगे यह जल्द ही सार्वजनिक किया जाएगा। गांव में कोविड 19 टेस्ट रिपोर्ट बनाने को लेकर एमपी हेल्थ डिपार्टमेंट में अभी से चिंता की लकीरें दिखने लगी है। बहरहाल मुंबई और दिल्ली के पलायन करके एमपी में दाखिल हो रहे मजदूरों को देखते हुए सरकार ने अपनी प्रभावी रणनीति पर मंथन शुरु कर दिया है।