थाने में पार्षद के खिलाफ शिकायत, पार्षद ने कहा शिकायत करने वाला मेरा बचपन का दोस्त
भोपाल। राजधानी में एक-दूसरे के खिलाफ आरोप लगाकर राजनीतिक धमाचौकड़ी (Political Crime) करने की शुरुआत हो गई है। दरअसल, छह महीने के भीतर में नगर निगम के चुनाव होना हैं। इस चुनाव से पहले पार्टी में अपनी उम्मीदवारी को लेकर दंगल शुरू हो गया है। ताजा मामला वार्ड-45 के निर्दलीय पार्षद प्रदुम्र मोनू गोहिल से जुड़ा है। इस मामले में एमपी नगर थाने में भी शिकायत हुई है।
जानकारी के अनुसार गुरुवार को सोशल मीडिया में एक ऑडियो जमकर वायरल हुआ। इसमें एक तरफ आवाज निर्दलीय पार्षद प्रदुम्र मोनू गोहिल की है तो दूसरी आवाज देशराज सिंह नाम के व्यक्ति की बताई जा रही है। हालांकि द क्राइम इन्फो इस वायरल ऑडियो की पुष्टि नहीं करता है। आरोप है कि देशराज सिंह को पार्षद गोहिल ने गालियां देते हुए (Political Crime) धमकाया है। जिसकी शिकायत देशराज सिंह ने एमपी नगर थाने में की है। पुलिस का कहना है कि मामले की अभी जांच की जा रही है। शिवाजी नगर सात नंबर बस स्टाप के नजदीक रहने वाले देशराज सिंह बिल्डिंग मटैरियल का काम करते हैं।
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यह है विवाद
देशराज सिंह ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया में एक तस्वीर डालते हुए पोस्ट लिखी थी। तस्वीर में सीवेज लाइन के कारण बीमारी को लेकर बातें लिखी गई थी। जिसके बाद राहुल पांडे नाम के एक व्यक्ति ने फोन लगाकर उसे हटाने के लिए कहा। देशराज ने उसे हटाने से इनकार कर दिया। देशराज का आरोप है कि इसके कुछ देर बाद ही निर्दलीय पार्षद प्रदुम्र मोनू गोहिल का फोन आ गया। उन्होंने फोन में गंदी-गंदी (Political Crime) गालियां देते हुए राजनीतिक हैसियत से लेकर तमाम बातें सुनाई। जब रोका गया तो उन्होंने अपने रसूख के दम पर देख लेने की भी धमकी दी।
सुनिए निर्दलीय पार्षद ने फोन पर कैसे धमकाया
पार्षद ऐसा कहकर मुकरे
इस मामले में निर्दलीय पार्षद प्रदुम्र मोनू गोहिल से भी बातचीत की गई। उन्होंने ऐसा कोई ऑडियो जानकारी में होने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि देशराज सिंह नाम का व्यक्ति मेरा दोस्त जरूर है। वह मेरे साथ नालंदा स्कूल में साथ पढ़ चुका है। हम दोनों बचपन के पुराने दोस्त हैं। कोई ऑडियो भी होगा तो वह मजाक में बातचीत का होगा। मैं उसे धमकाने (Political Crime) के लिहाज से फोन नहीं किया होगा। हालांकि देशराज ने कहा कि मैं दोस्त जरूर हूं लेकिन वह कैसी बात कर रहे थे यह दुनिया ने सुन लिया है।
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यह है भीतर की कहानी
भाजपा-कांग्रेस में राजनीतिक दंगल (Political Crime) इन दिनों तेज हो गया है। दोनों पार्टियों के कार्यालयों में मंथन और नेता चुनाव को लेकर बैठकें चल रही है। यह बैठकें जनवरी, 2020 में होने वाले नगर निगम चुनाव को लेकर चल रही है। जिसमें पार्षद और महापौर पद की दावेदारी के लिए दोनों दलों में मशक्कत चल रही है। प्रदुम्र मोनू गोहिल फिलहाल निर्दलीय पार्षद है। हालांकि इससे पहले उन्होंने भाजपा की टिकट से चुनाव लड़ा है। इसी तरह देशराज सिंह कांग्रेस कार्यकर्ता हैं। वह वार्ड 45 के सरकारी मकानों और उसके आस-पास बस्तियों में दखल रखते हैं। इन दोनों के बीच निगम चुनाव को लेकर घमासान की तरफ इशारा कर रहे हैं।