फार्मा कंपनी में काम करने वाले युवक को डंडा मारकर किया जख्मी, अफसरों ने मामले को जांच का बताकर ठंडे बस्ते में डाला
भोपाल। (Bhopal Crime News In Hindi) आधी रात सड़क पर पुलिस की खुलेआम दबंगई। विरोध किया तो उस परिवार के साथ थाने में छूट गुंडई (Bhopal Police)। यह आरोप किसी गांव देहात के नागरिक ने नहीं लगाए। बल्कि मामला मध्य प्रदेश (MP Crime News) की राजधानी भोपाल (Bhopal Crime news) का है। वह भोपाल जहां पूरा प्रदेश चलाने वाले सिस्टम के अफसर बैठते हैं। इस संवेदनशील मामले में पुलिस के अफसरों ने जांच को ठंडे बस्ते में दबा दिया। यह अफसर वही हैं जो कुछ दिन पहले प्रवासी मजदूरों को जूते—चप्पल देकर परोपकार कर रहे थे। लेकिन, जब बहता खून और उसके मां की पुकार विभाग के खिलाफ आवाज उठाती नजर आई तो उसको दबा दिया गया।
जानकारी के अनुसार घटना की शुरुआत कटारा हिल्स स्थित बागमुगालिया एक्सटेंशन लहारपुर से हुई थी। यहां लक्ष्मी शिरोले (Laxmi Shirole) और उसका परिवार रहता है। लक्ष्मी ने बताया कि सोमवार रात कुछ पुलिसकर्मी घर के सामने लघुशंका कर रहे थे। जब विरोध किया तो वे गालियां देते हुए परिवार से बदतमीजी (Bhopal Police Misbehave Case) करने लगे। इस घटनाक्रम का वीडियो भी बनाया गया। जिसमें पुलिसकर्मी डंडा (Bhopal Cop Outrage Case) चलाते हुए दिख रहा है। इसके बाद परिवार पुलिस चौकी पर गया। वहां पहले से वह पुलिसकर्मी तैनात थे। यह पुलिसकर्मी एफआईआर दर्ज करने की बजाय परिवार को धमकाने लगे। इसके बाद लक्ष्मी के बेटे जितेन्द्र शिरोले (Jitendra Shirole) को डायल—100 में बैठा लिया गया। कटारा हिल्स थाने में ले जाकर उसके साथ बेरहमी से पिटाई गई। जितेन्द्र शिरोले (Jitendra Shirole Cop Beaten Case) ने बताया कि वह फार्मा कंपनी में काम करता है। थाने में उसको कोरोना नियमों की अवहेलना का आरोप लगाकर कागज में साइन कराए गए। उससे कहा गया कि वह वीडियो वायरल करेगा तो उसके परिवार को बहुत नुकसान उठाना पड़ेगा। जितेन्द्र शिरोले के सिर पर चोट आई है। उसका आरोप है कि यह चोट उसको पुलिस डंडे की वजह से आई है।
यह पहला मामला नहीं है जब कटारा हिल्स पुलिस पर जबरिया पिटाई (Bhopal Cop Atrocity Case) के आरोप लगे हो। इससे पहले राशन के लिए प्रदर्शन कर रहे प्रवासी मजदूरों को भी लॉक डाउन में नियमों की अवहेलना के केस में बंद करने की धमकी दे रहे थे। इन आरोपों पर मिसरोद एसडीओपी अनिल त्रिपाठी (SDOP Anil Tripathi) का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। जब उन्हें जितेन्द्र शिरोले की चोट का हवाला देकर प्रश्न पूछा गया तो वे कोई ठोस जवाब नहीं दे सके। जितेन्द्र शिरोले का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस का बनाया हुआ वीडियो भी वायरल हुआ। इस वीडियो में डंडा चलाने वाला पुलिसकर्मी की वर्दी अस्त—व्यस्त दिख रही थी। वहीं दूसरे पुलिसकर्मी सादी वर्दी में थे। जबकि लॉक डाउन के कारण सादी वर्दी में घुमने का कोई ठोस कारण नहीं बनता है।
अपील
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