Pipariya News : एसडीएम ने जारी कर दिया आरोपी का चरित्र प्रमाण पत्र
पिपरिया। (Pipariya News) अजब मध्यप्रदेश के होशंगाबाद जिले की पिपरिया (Pipariya) तहसील के अधिकारी ‘गजब’ है। यहां आदतन अपराधी, हत्या के मुख्य आरोपी, थाना प्रभारी को हैप्पी बर्थ डे विश करते है। सोशल मीडिया पर आरोपियों और अधिकारियों के बीच गजब का याराना नजर आता है। तो वहीं दूसरी तरफ एसडीएम साहब किसी का चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने से पहले पुलिसिया जानकारी लेना भी उचित नहीं समझते। अति आत्मविश्वास से भरे अधिकारी किसी आरोपी का चरित्र प्रमाण पत्र जारी करते वक्त आत्मनिर्भर हो जाते है। खुद के खुदा होने का वहम इतना हावी हो जाता है कि अधिनस्थ की सलाह भी बेमानी लगती है।
आरोपियों से एसडीएम साहब के व्यक्तिगत संबंध है
एसडीएम मदन रघुवंशी ने 1 जुलाई को एक युवती का चरित्र प्रमाण पत्र जारी किया है। उन्होंने प्रमाण पत्र में लिखा कि- आवेदिका (नाम…) निवासी साडिया रोड़ पिपरिया को पिछले तीन वर्षों से जानता हूं। मेरे व्यक्तिगत ज्ञान के आधार पर आवेदिका (नाम…) का चरित्र अच्छा है तथा कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है। मैं इनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
जानकारी लेना भी उचित नहीं समझा
जबकि अशोक वार्ड, सांडिया रोड़ पिपरिया में रहने वाली युवती के खिलाफ मंगलवारा थाने में गंभीर धाराओं में अपराध दर्ज है। फरियादी महिला उम्र 59 निवासी अशोक वार्ड, पिपरिया की रिपोर्ट पर 12-10-2019 को अपराध क्रमांक 333/19 धारा 452 (घर में घुसना) 294 (गाली-गलौच करना) 323 (मारपीट) 34 (एक से अधिक आरोपी) की धाराओं में केस दर्ज हुआ था। जानकारी के मुताबिक आरोपी युवती जमानत पर बाहर है।
थाने से जानकारी ही नहीं ली
सामान्यत: किसी का भी चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने से पहले थाने से आपराधिक रिकॉर्ड की पुष्टि की जाती है। थाना पुलिस से पूछा जाता है कि आवेदक के खिलाफ कोई अपराध दर्ज तो नहीं है। लेकिन इस युवती के मामले में एसडीएम मदन रघुवंशी ने थाने से जानकारी मांगना जरूरी नहीं समझा। मंगलवारा थाना टीआई प्रवीण कुमरे ने द क्राइम इन्फो डॉट कॉम को बताया कि युवती के खिलाफ थाने में मामला दर्ज है। उसके आपराधिक रिकॉर्ड के संबंध में एसडीएम कार्यालय से कोई जानकारी नहीं मांगी गई थी।
अधिनस्थ ने चेताया था
जानकारी के मुताबिक दिनांक 1 जुलाई 2020 को जब आरोपी युवती एसडीएम कार्यालय पहुंची थी। एसडीएम के अधिनस्थ ने युवती से कहा था कि वो थाने से चरित्र प्रमाण पत्र लेकर आए, जिसके बाद ही एसडीएम कार्यालय से प्रमाण पत्र बन पाएगा। लेकिन अधिनस्थ की बात को अनसुना करते हुए युवती ने सीधे एसडीएम मदन रघुवंशी से संपर्क किया और साहब ने हाथों हाथ उसका चरित्र प्रमाण पत्र बनवा दिया। सूत्रों के मुताबिक प्रमाण पत्र टाइप करने से पहले भी अधिनस्थ ने साहब को आगाह किया था। लेकिन एसडीएम मदन रघुवंशी के आदेश के आगे, सलाह ने घुटने टेक दिए।
सुर्खियों में रहते है ‘दबंग’ एसडीएम
पिपरिया के एसडीएम मदन रघुवंशी सुर्खियों में बने रहते है। मीडिया में उनके कई किस्से दिखाई देते है। व्यवस्था सुधारने के नाम पर एसडीएम साहब, पुलिस वाले के रोल में भी आ जाते है। वो बीच बाजार लाठियां भांजने से भी पीछे नहीं हटते। लॉकडाउन के दौरान गरीब ठेलेवालों ने एसडीएम साहब पर लाठी से मारने के आरोप लगाए थे।
अवैध उत्खनन जारी है
पिपरिया की पाली नदी से रेत का अवैध उत्खनन जारी है। राईखेड़ी गांव के ग्रामीण कई बार शिकायतें कर चुके है। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होती। एक तरफ पूरे जिले में रेत उत्खनन पर रोक लगी है, लेकिन पिपरिया में सरपट दौड़ती ट्रैक्टर ट्रालियों पर कोई रोक नहीं है। ग्रामीणों का कहना है कि रेत माफियाओं, नेताओं, अधिकारियों और थाना पुलिस का गठजोड़ इतना मजबूत है कि शिकायतें डस्टबीन में फेंक दी जाती है।
वर्जन
चरित्र प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में एसडीएम मदन रघुवंशी का कहना है कि उन्हें युवती के खिलाफ थाने में दर्ज मामलों की जानकारी नहीं थी। यदि युवती ने चरित्र प्रमाण पत्र का गलत उपयोग किया है तो उस पर आपत्ति ली जाएगी। एसडीएम ने कहा कि थाने से युवती का आपराधिक रिकॉर्ड भी तलब किया गया है।
(नोटः हमारे पास एसडीएम कार्यालय से जारी हुआ प्रमाण पत्र समेत तमाम दस्तावेज मौजूद है। लेकिन पत्रकारिता के नियमों के अनुरूप महिला से जुड़ी जानकारी सार्वजनिक नहीं कर रहे है)
यह भी पढ़ेंः स्टेशन रोड थाना टीआई नपे, लाइन हाजिर