Bhopal Property Fraud: पांच साल पहले खरीदा फ्लैट दूसरे को बेचा

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Bhopal Property Fraud: सुरभि होम्स प्रायवेट लिमिटेड संचालक के खिलाफ दर्ज हुई है एफआईआर, बीस दिन बाद भी पुलिस आरोपी को नहीं कर सकी गिरफ्तार

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भोपाल। मेसर्स सुरभि होम्स प्रायवेट लिमिटेड के संचालक के खिलाफ दर्ज मामलो में पुलिस उसकी गिरफ्तारी नहीं कर सकी है। जबकि उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज किए हुए पंद्रह दिन से अधिक का समय बीत चुका है। यह घटना भोपाल (Bhopal Property Fraud) शहर के अयोध्या नगर थाना क्षेत्र में हुई थी। बिल्डर पर आरोप है कि एक फ्लैट उसने पांच साल के भीतर में दूसरे को बेचा।

फ्लैट के भीतर रखा सामान नहीं मिला

अयोध्या नगर (Ayodhya Nagar) थाना पुलिस के अनुसार इस मामले में शिकायत योगेश सूद (Yogesh Sood) पिता धरमवीर सूद ने दर्ज कराई। वे एमपी नगर (MP Nagar) इलाके में रहते हैं। उन्होंने आवेदन थाने के अलावा मानवाधिकार आयोग में भी दिया था। पुलिस ने 2 जुलाई को 310/23 धारा 420 (जालसाजी का प्रकरण) दर्ज किया गया था। आवेदन की जांच के बाद पुलिस ने संदीप रमतानी (Sandeep Ramtani) के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया था। आरोपी मेसर्स सुरभि होम्स प्रायवेट लिमिटेड (Surabhi Homes Private Limited) के संचालक भी है। इस कंपनी ने नरेला शंकरी में स्थित सुरभि हाईट (Surabhi Height) कॉलोनी बनाई थी। योगेश सूद का इस हाईराइज कैंपस की आठवीं मंजिल पर फ्लैट था। फ्लैट के बदले में संदीप रमतानी और उसके पार्टनर विशाल राजानी (Vishal Rajani) को 17 लाख, 20 हजार रूपए का भुगतान जुलाई, 2018 में चेक के जरिए हुआ था। इतना ही नहीं योगेश सूद ने फ्लैट का बिजली कनेक्शन अपने नाम पर भी करा लिया था। आवेदन में सूद का दावा था कि फ्लैट में उसका सामान भी रखा था। यह सामान दो महीने पहले उसे नहीं मिला।

एफआईआर में यहां है इस बात का पेंच

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दो महीने पहले वह अपने फ्लैट पर पहुंचा तो वहां दूसरे लोग रहते मिले। उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस संबंध में विशाल राजानी और संदीप रमतानी से बात करने के लिए बोला गया। दोनों से कई बार मुलाकात के प्रयास योेगेश सूद ने किए थे। बातचीत हुई तो उसे धमकाया गया। सूद का दावा है कि रमतानी 2019 में भी फर्जीवाड़े (Bhopal Property Fraud) के मामले में जेल जा चुका है। उसे झूठे केस में फंसाने की धमकी दी गई। मामले की जांच एसआई शिरोमणि सिंह (SI Shiromani Singh) ने की थी। एफआईआर में कई पेंच हैं। दरअसल, कंपनी के बिजनेस पार्टनर दो हैं। लेकिन, पुलिस ने संदीप रमतानी को ही आरोपी बनाया है। जांच के बाद भी पुलिस ने दूसरे व्यक्ति के नाम का खुलासा नहीं किया हैं जो अभी फ्लैट पर रह रहा है। वहीं गिरफ्तारी को लेकर पुलिस के प्रयास को लेकर कोई स्थिति साफ नहीं हुई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी की तलाश की जा रही है।

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