MP Digital Arrest: इंदौर क्राइम ब्रांच ने गुजरात से दो आरोपियों को दबोचा, बैंक अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध, ऐंठ लिए थे पौने दो करोड़ रुपए
इंदौर/भोपाल। इंदौर शहर में शेयर कारोबारी वंदना गुप्ता के साथ डिजीटल अरेस्ट (MP Digital Arrest) की वारदात के मामले में दो अन्य आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया है। अब तक क्राइम ब्रांच छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। शातिर जालसाजों ने उद्योगपति की बहू को मनी लांड्रिंग केस में फंसाने की धमकी देकर ईडी—सीबीआई के अफसर बनकर करीब पौने दो करोड़ रुपए ऐंठ लिए थे। पुलिस को अभी इस मामले में कई अन्य की भी तलाश है।
यह है वह चार आरोपी जिन्हें पुलिस ने पहले दबोचा है
पुलिस मुख्यालय (PHQ) की तरफ से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार इंदौर क्राइम ब्रांच (Indore Crime Branch) की स्पेशल टीम ने पूर्व में गिरफ्तार चार आरोपियों को रिमांड पर लिया था। जिनसे पूछताछ के बाद यह ताजा दो गिरफ्तारी की गई है। उल्लेखनीय है कि 59 वर्षीय वंदना गुप्ता (Vandana Gupta) को स्काइप और व्हाट्सएप वीडियो कॉल करके अलग–अलग शासकीय विभाग (CBI,RBI,पुलिस आदि) का अधिकारी बताकर मनी लांड्रिंग केस में जेल जाने का डर बताकर डिजीटल अरेस्ट किया गया। उसकी निजी और बैंकिंग जानकारी हासिल करके एक करोड़ 60 लाख रुपए कई खातों में ट्रांसफर करा दिए थे। इस मामले में गुजरात (Gujrat) के सूरत और मध्यप्रदेश के स्थानों से आरोपी प्रतीक जरीवाला (Prateek Jariwala) , अभिषेक जरीवाला (Abhishek Jariwala) , चंद्रभान बंसल (Chandrabhan Bansal) और राकेश कुमार बंसल (Rakesh Kumar Bansal) को पहले गिरफ्तार किया था। इसी मामले में तकनीकी जानकारी के आधार पर पुलिस ने गुजरात से विवेक रंजन उर्फ पिंटू गिरी (Vivek Ranjan@Pintu Giri) पिता जितेंद्र उम्र 32 निवासी नडियाद जिला खेड़ा गुजरात और अल्ताफ पिता मोहम्मद रफीक कुरैशी उम्र 33 वर्ष निवासी उमरेट जिला आनंद गुजरात को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ और तकनीकी साक्ष्य के आधार पर ठग गैंग के अन्य सदस्यों की पहचान और नेटवर्क का पता लगाया जा रहा है। क्राइम ब्रांच इस मामले में बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों की संभावित संलिप्तता की भी जांच कर रही है। यदि संलिप्तता पाई जाती है, तो उन्हें भी आरोपी बनाया जाएगा। (सुधि पाठकों से अपील, हम पूर्व में धाराओं की व्याख्याओं के साथ समाचार देते रहे हैं। इसको कुछ अवधि के लिए विराम दिया गया है। आपको जल्द नए कानूनों की व्याख्या के साथ उसकी जानकारी दी जाएगी। जिसके लिए हमारी टीम नए कानूनों को लेकर अध्ययन कर रही हैं।)
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।