सभा के दौरान कार्यकर्ताओं को लालच देने वाले भाषण में फंसे
भोपाल। प्रदेश के जनसंपर्क मंत्री और भोपाल दक्षिण-पश्चिम विधानसभा क्षेत्र से विधायक पीसी शर्मा के खिलाफ टीटी नगर थाने में मामला दर्ज किया गया है। यह मामला आयोग की अनुशंसा पर दर्ज किया गया है। पीसी शर्मा ने पिछले दिनों आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में लालच देते हुए भाषण दिया था। जिसकी बनाई गई रिपोर्ट के अध्ययन के बाद यह प्रकरण दर्ज हुआ।
जानकारी के अनुसार तुलसी नगर स्थित नर्मदा भवन में कार्यकर्ताओं का एक सम्मेलन आयोजित हुआ था। इसमें एक बयान जनसंपर्क मंत्री की तरफ से दिया गया था। जिसमें वे बूथ जिताओ नौकरी पाओ का नारा देते हुए कैमरे में रिकॉर्ड हुए। इस मामले में चुनाव आयोग से शिकायत की गई थी। मामले की जांच आयोग ने की जिसके बाद जनसंपर्क मंत्री के खिलाफ कलेक्टर के आदेश की अवहेलना मानते हुए टीटी नगर में प्रकरण दर्ज किया गया। थाना पुलिस के मुताबिक फिलहाल पीसी शर्मा का नाम एफआईआर में दर्ज है। जांच के बाद आयोजकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
बयानों को गलत दर्शाया
भोपाल से इस बार कांग्रेस की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह चुनाव लड़ रहे हैं। भोपाल सीट पिछले तीन दशक से भाजपा के पाले में है। इसे भाजपा का गढ़ भी कहा जाता है। यहां से अभी आलोक संजर सांसद है। इसके पहले कैलाश जोशी, उमा भारती, सुुशील चंद्र वर्मा भाजपा के भोपाल से सांसद चुनकर गए हैं। कांग्रेस भाजपा के इस किले को ध्वस्त करना चाहती है। कांग्रेस से यह सीट 1989 में बीजेेपी ने छीन ली थी। अब कांग्रेस इस सीट को वापस हासिल करना चाहती है। इसके लिए पीसी शर्मा, आरिफ अकील और आरिफ मसूद समेत अन्य नेता ऐड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं। इधर, एफआईर को लेकर कांग्रेस बचाव की मुद्रा में आ गई है। कांग्रेस दल की तरफ से कहा गया है कि मंत्री ने यह कहा था कि पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा जब भोपाल के सांसद थे तब उन्होंने भेल जैसे उपक्रम खड़े करने के लिए मशक्कत की। लेकिन, उसके बाद भाजपा के किसी भी नेता ने आज तक सुध नहीं ली। कांग्रेस हमेशा से रोजगार को प्राथमिकता देती रही है। इसका फायदा कार्यकर्ताओं को ही मिलेगा।