MP Political News: भाजपा—कांग्रेस के समधन और भतीजा वाली सीट से बागी उम्मीदवार ने चुनाव आयोग को सौंपा ज्ञापन, विधायक से इस्तीफा दिलाकर कांग्रेस से मांग का समर्थन करने की अपील
भोपाल। मध्यप्रदेश में चुनाव परिणाम को अभी एक सप्ताह नहीं बीता है। इधर, कांग्रेस ईव्हीएम को कोस रही है। वहीं कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ने वाले निर्दलीय प्रत्याशी ने भी चुनाव आयोग की मशीनों को लेकर बोलना शुरू कर दिया है। यह मामला मध्यप्रदेश (MP Political News) के टीकमगढ़ जिले के खरगापुर विधानसभा से जुड़ा है। परिणामों से असंतुष्ट यहां उतरे निर्दलीय प्रत्याशी ने इस संबंध में बकायदा चुनाव आयोग को अपना ज्ञापन भी सौंपा हैं। उन्होंने दावा किया है कि कांग्रेस को यदि ईव्हीएम पर इतना शक है तो वह अपने विजयी उम्मीदवार से इस्तीफा दिलाकर मतपत्र से चुनाव कराने की मांग आयोग के समक्ष रखे।
सिलाई मशीन चिन्ह मिलने के बावजूद कपड़े फाड़ रहे प्रत्याशी
इस संबंध में अपनी बात रखने के लिए राजधानी के एमपी नगर में स्थित 9मसाला रेस्टोरेंट (9 Masala Restaurant) में अजय सिंह यादव (Ajay Singh Yadav) ने पत्रकार वार्ता रखी थी। उन्होंने बताया कि मैं पूर्व में कांग्रेस प्रवक्ता रह चुका है। लेकिन, इस्तीफा देने के बाद 22 अक्टूबर को टीकमगढ़ (Tikamgarh) जिले के मेला ग्राउंड में आमसभा की थी। उसमें पांच हजार से अधिक जनता ने मुझे समर्थन का भरोसा दिलाया था। उस दौरान की तस्वीर दिखाते हुए यादव ने कहा कि इसी मैदान में राहुल गांधी भी भाषण देने आए थे। जिसमें भीड़ उनकी सभा से भी कम थी। इसके बावजूद मुझे 1458 मत प्राप्त हुए। जबकि मैंने खरगापुर के लिए बनाई गई लगभग 279 पोलिंग बूथ पर एजेंट भी बैठाए थे। मेरे पास भारी जनसमर्थन था इसके बावजूद परिणाम बताते हैं कि मतपत्र से चुनाव कराए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि मेरे हर बूथ पर दो—दो पोलिंग एजेंट थे। इसके बावजूद कई बूथ पर मुझे शून्य मत मिले हैं। अजय सिंह यादव ने दावा किया है कि वे उन्हें मत देने वाले हर मतदाता का शपथ पत्र और भौतिक रुप से साक्ष्य प्रस्तुत कर सकते हैं। उल्लेखनीय है कि खरगापुर (Khargapur) विधानसभा क्रमांक 47 है। जिसमें आठवें उम्मीदवार के तौर पर सिलाई—मशीन चुनाव चिन्ह के साथ अजय सिंह यादव ने ताल ठोंकी थी।
एक तरफ समधन तो दूसरी तरफ भतीजे को सर्वाधिक मत मिले
अजय सिंह यादव कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता हैं। जब उन्हें कांग्रेस ने टिकट नहीं दिया तो वे बागी हो गए। वे चुनाव लड़ने के लिए लंबे समय से योजना पर काम कर रहे थे। उन्होंने बताया कि भाजपा (MP Political News) ने राहुल लोधी (Rahul Lodhi) को अपना उम्मीदवार बनाया था। वे एमपी की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे हैं। वहीं कांग्रेस ने चंदा सिंह गौर (Chanda Singh Gour) को उम्मीदवार बनाया था। वे कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष की समधन हैं। चंदा सिंह गौर विजयी हुईं हैं। अजय सिंह यादव का कहना है कि यदि कांग्रेस को ईव्हीएम पर शक है तो अपने उम्मीदवार से इस्तीफा दिलाना चाहिए। मैं इस विषय पर उनका साथ देने के लिए तैयार हूं। यादव ने अपना ज्ञापन 09 दिसंबर को मुख्य निर्वाचन कार्यालय को भी दिया है। जिसमें उन्होंने परिणामों की जांच कराने की मांग की है। यदि आयोग मांग नहीं मानेगा तो उन्होंने न्यायिक तरीके से परामर्श करके उचित कदम उठाने की चेतावनी भी दी है।
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