Bhopal Murder News: चार दिन बाद अवधपुरी पुलिस को मिला शव, दामाद ने दर्ज कराई थी थाने में गुमशुदगी, सिर्फ दस रूपए कम देने के विवाद पर मार डाला
भोपाल। जंगल में डब्ल्यूसीएल के एक पूर्व कर्मचारी की बेरहमी से हत्या कर दी गई। इससे पहले उसकी गुमशुदगी उसके दामाद ने दर्ज कराई थी। लाश चार दिन बाद पुलिस को मिली। यह घटना भोपाल (Bhopal Murder News) शहर के कटारा हिल्स थाना क्षेत्र की है। जिसमें पुलिस ने हत्या में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने सिर्फ दस रूपए कम—ज्यादा होने के विवाद को लेकर इस घटना को अंजाम दिया हैं।
बेटी से मुलाकात करने आया था
कटारा हिल्स (Katara Hills) थाना पुलिस के अनुसार 9 अगस्त को संतोष कुमार (Santosh Kumar) ने अपने ससुर के गुम होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। ससुर मिट्ठू पवार (Mitthu Pawar) पिता चिन्धिया पवार उम्र 68 साल था। वह बैतूल (Betul) जिले के डब्ल्यूसीएल से रिटायर हुआ था। उसके बाद वह निशातपुरा स्थित कोच फैक्ट्री के नजदीक रहने लगा था। मिट्ठू पवार कटारा हिल्स स्थित गौरी शंकर परिसर (Gauri Shankar Parisar) में रहने वाली बेटी से मुलाकात करने आया था। कटारा हिल्स थाना पुलिस गुमुशदगी का प्रकरण दर्ज कर संदेहियों की तलाश कर रही थी। इसी बीच अवधपुरी (Awadhpuri) थाना पुलिस को मिट्ठू पवार का शव जंगल में मिला। हालांकि घटना स्थल कटारा हिल्स का होने के चलते केस डायरी अवधपुरी थाना पुलिस ने वहां भेज दी। मृतक के सिर पर पत्थर की चोट थी। इसके अलावा उसका चेहरा बिगाड़ने के लिए भारी पत्थर पटका गया था। उसके पास रखा मोबाइल और नकदी भी गायब थी। इस मामले में पुलिस दो संदेहियों को पहले से चिन्हित कर चुकी थी। लेकिन, मिट्ठू पवार के नहीं मिलने पर पुलिस सख्ती नहीं बरत पा रही थी।
यह बोलकर कर दी अधमरे वृद्ध की निर्मम हत्या
अब पुलिस ने इस मामले में गजराज सिंह भूरट (Gajraj Singh Bhurat) पिता शिवलाल सिंह उम्र 50 साल और अंकित खरे (Ankit Khare) पिता राधेश्याम खरे उम्र 22 साल को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी गजराज सिंह भूरट और अंकित खरे बर्रई गांव के रहने वाले हैं। दोनों गौरी शंकर परिसर में स्वीपर का काम करते हैं। दोनों आरोपियों (Bhopal Murder News) से मिट्ठू पवार गौरी शंकर परिसर के गेट में टकराया था। तब उसने शराब दुकान का पता पूछा था। वहां उसे दोनों आरोपी अपने साथ ले गए थे। आरोपियों ने वहां सस्ती दारू खरीदी थी। लेकिन, मृतक ने अंग्रेजी के पांच—छह क्वार्टर एक साथ खरीदे थे। इसके बाद तीनों ने जंगल में एक साथ बैठकर शराब पी। तभी गजराज सिंह भूरट की शराब खत्म हो गई। उसने मृतक से उसके खरीदे पौवे में से एक मांगा। जिसके लिए वह पैसा देने के लिए भी तैयार हो गया। आरोपी ने उसे 60 रूपए दे दिए। लेकिन, मृतक का कहना था कि यह उसने 70 रूपए में खरीदी है। इस बात को लेकर वाद—विवाद चल रहा था। तभी उसके साथ बैठा दूसरा आरोपी शराब के सारे क्वार्टर लेकर जंगल की तरफ भाग गया। तब उसने गजराज को यह बोलकर पकड़ लिया कि वह उसके साथी से शराब दिलाए। दोनों जंगल में से तलाशने के लिए निकले। तभी गजराज ने पीछे से गमछे से उसका गला घोंट दिया। इसी बीच दूसरे आरोपी ने आकर पत्थर सिर पर मार दिया। हालांकि वृद्ध उस वक्त तक मरा नहीं था। इस कारण आरोपियों ने सोचा कि हाफ मर्डर कर चुके है इसलिए उसको पूरी तरह से मार देते हैं। जिसके बाद भारी पत्थर उठाकर उसका मुंह कुचल दिया।
हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।