Bhopal News: राजधानी में पत्रकार के खिलाफ फर्जी मुकदमा

Share

Bhopal News: एफआईआर में जिसका नाम लिखा उसकी जगह फेसबुक के आधार पर उठाया, रंगदारी समेत आधा दर्जन धाराओं में चार दिन पहले दर्ज किया था प्रकरण, पत्रकारिता जगत के सैंकड़ों लोगों ने पुलिस कार्रवाई के खिलाफ आवाज उठाई

Bhopal News
टीसीआई

भोपाल। कटारा हिल्स थाना पुलिस ने पत्रकार के खिलाफ फर्जी मुकदमा दर्ज करके उसको गिरफ्तार कर लिया। उसकी गिरफ्तारी की आधिकारिक सूचना भी पुलिस (Bhopal News) की तरफ से नहीं देने दी गई। वहीं जिस एफआईआर में आरोपी का नाम है उससे मिलता जुलता वह है। हालांकि सरनैम दूसरा एफआईआर में लिखा गया है। इस कार्रवाई के खिलाफ दर्जनों पत्रकार मंगलवार सुबह कटारा हिल्स थाने पहुंचे। जिस पर पुलिस ने अपने हाथ खड़े करते हुए अदालत से जमानत लेने का रास्ता बता दिया।

बोलेरो ने मारी थी टक्कर

कटारा हिल्स (Katara Hills) थाना पुलिस के अनुसार 20 मार्च को कटारा हिल्स थाने में शेख अकील (Shaikh Aqeel) पिता शेख अजीज उम्र 33 साल ने प्रकरण दर्ज कराया था। वह टीला जमालपुरा (Teela Jamalpura) थाना क्षेत्र स्थित कबीट पुरा (Kabeet Pura) इलाके में रहता है। शेख अकील ट्रैवल्स का काम करता है। उसके साथ दोस्त फैजान (Faizan) भी था। दोनों एम्स अस्पताल से अलग—अलग वाहनों पर बागसेवनिया से भोपाल आरटीओ (Bhopal RTO) जा रहे थे। तभी शेख अकील की मोपेड एक्टिस एमपी—04—जेडएल—0519 को सफेद रंग की बोलेरो (Bolero) ने टक्कर मार दी। यह दुर्घटना विवेकानंद कॉलोनी और कैलाश महादेव मंदिर के बीच दोपहर साढ़े बारह बजे हुई थी। बोलेरा में करीब आधा दर्जन लोग सवार थे। जिसमें से दो लोग उतरे और उसे वाहन सही तरीके से नहीं चलाने का आरोप लगाते हुए बोलेरो में हुए नुकसान के एवज में 50 हजार रुपए की मांग करने लगे। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट भी की गई। इन आरोपों पर पुलिस ने प्रकरण 66/25 दर्ज किया। ​इसमें धारा 281(लापरवाही से वाहन चलाना), 296(गाली—गलौज),115(2)(मारपीट), 351(3)(जान से मारने की धमकी) और 3(5)(एक से अधिक आरोपी) लगाई गई।

पत्रकार के पीछे सिस्टम तीन महीने से पड़ा

इस मामले में पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया (Kuldeep Singoria) को 24 मार्च की रात उठाया गया। थाना प्रभारी कृष्ण गोपाल शुक्ला (TI Krishna Gopal Shukla) ने बताया कि उसका मोबाइल (Mobile) इसलिए जब्त किया गया है जिससे उसकी लोकेशन को साबित किया जा सके। उन्होंने परिजनों को सूचना नहीं देने के बात को टाल दिया। थाना प्रभारी ने कहा कि पीड़ित पक्ष और आरोपी पक्ष एक—दूसरे को नहीं जानते हैं। फेसबुक के आधार पर उसकी गिरफ्तारी की गई है। इधर, गिरफ्तारी और फर्जी मुकदमे के विरोध में सुबह 11 बजे दर्जनों पत्रकारों ने पुलिस कार्रवाई का विरोध किया। इससे पहले कुलदीप सिंगोरिया की खबर चलाने से नाराज होकर नर्मदापुरम की कलेक्टर रहीं सोनिया मीणा (DM Soniya Meena) ने उनकी बहन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को नोटिस देकर दबाव बनाने की कोशिश की थी। उस वक्त भी कुलदीप सिंगोरिया के समर्थन में कई पत्रकार मैदान में आए थे। वे भोपाल शहर के कई अखबारों और टीवी चैनलों में कार्य कर चुके हैं।

थाना प्रभारी लाइन हाजिर

गिरफ्तार पत्रकार कुलदीप सिंगोरिया को जेपी अस्पताल (JP Hospital) में मेडिकल के बाद जिला अदालत में पेश किया गया। वहां से उन्हें जेल भेजने के आदेश दे दिए गए। इधर, मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव (CM Dr Mohan Yadav) ने बताया कि प्रकरण उनके संज्ञान में आया है। वे मामले को दिखवा रहे हैं। यह बयान देने के बाद पत्रकारों (Bhopal News) का एक दल पुलिस मुख्यालय भी पहुंचा। यहां डीजीपी कैलाश मकवाना (DGP Kailash Makwana) से मुलाकात के बाद धरना दिया गया। सड़क पर पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। इधर, सेशन कोर्ट से कुलदीप सिंगोरिया को दोपहर बाद जमानत के आदेश हो गए। वहीं पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र (CP Hari Narayan Chari Mishra) ने पत्रकारों की नाराजगी को देखते हुए कटारा हिल्स थाना प्रभारी कृष्ण गोपाल शुक्ला को लाइन हाजिर कर दिया गया। उन्होंने अभी कुछ दिन पहले ही यहां थाने की कुर्सी संभाली थी। इस मामले में एसीपी मिसरोद संभाग रजनीश कश्यप कौल (ACP Rajnish Kashyap Kaul) ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। कुलदीप सिंगोरिया के पक्ष को भी सुना जा रहा है।

खबर के लिए ऐसे जुड़े

Bhopal News
भरोसेमंद सटीक जानकारी देने वाली न्यूज वेबसाइट

हमारी कोशिश है कि शोध परक खबरों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए कई विषयों पर कार्य जारी है। हम आपसे अपील करते हैं कि हमारी मुहिम को आवाज देने के लिए आपका साथ जरुरी है। हमारे www.thecrimeinfo.com के फेसबुक पेज और यू ट्यूब चैनल को सब्सक्राइब करें। आप हमारे व्हाट्स एप्प न्यूज सेक्शन से जुड़ना चाहते हैं या फिर कोई घटना या समाचार की जानकारी देना चाहते हैं तो मोबाइल नंबर 7898656291 पर संपर्क कर सकते हैं।

यह भी पढ़ें:   Bhopal Property Fraud: वयोवृद्ध डीजल कारोबारी के साथ धोखाधड़ी
Don`t copy text!