कमरे में रुका रिश्तेदार पुलिस ने किया परेशान

Share

एटीएम कार्ड चोरी करके निकाली रकम, खाते से 55 हजार निकाले

भोपाल। शाहपुरा इलाके में दोस्त के ममेरे भाई ने एक युवक का एटीएम कार्ड चुराकर छब्बीस दिनों में खाते से 55 हजार रूपए निकाल लिए। इस दौरान उसने पेटीएम से हजारों का पेमेंट किया। आरोपी युवक एक रात के लिए उसके रूम पर रूका था। घटना का पता चलने पर युवक ने पुलिस को शिकायती आवेदन दिया, लेकिन पुलिस बीस दिनों तक टालमटोल करती रहीं और उसे खुद आरोपी को पकड़ने को कहा। शनिवार को युवक के जोर देने पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया। हालांकि अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।

थाना पुलिस के मुताबिक मूलत: बैरसिया निवासी बदन सिंह पुत्र राम चरण (25) शाहपुरा गांव में किराए के मकान में रहता है। वह प्लम्बर का काम करता है। बदन सिंह ने बताया कि उसी मकान में राघवेन्द्र नाम का युवक भी किराए से रहता है। उसकी राघवेन्द्र से अच्छी जान पहचान है। राघेन्द्र के घर उसका ममेरा भाई पठारी जिला रायसेन निवासी अनुज आकर रूका था। बीती 1 दिसंबर को राघवेन्द्र सागर जिले में स्थित अपने गांव चला गया था। इस कारण उसका ममेरा भाई एक रात के लिए उसके रूम पर रूक गया। उसी शाम वह अनुज को लेकर शैतान सिंह चौराहा स्थित एटीएम पर खाते का बैलेंस चेक करने पहुंचा था। उसने अनुज के सामने ही बैलेंस चेक किया और वापस अपने रूम पर पहुंचा। उसने अपना एटीएम कार्ड अलमारी में रख दिया। 29 दिसंबर उसने देखा तो एटीएम अलमारी से गायब था। उसे बैंक में पैसा जमा करना था, इसलिए अपनी पासबुक लेकर बैंक पहुंचा। जहां पर पासबुक में इंट्री कराने पर उसे पता चला कि उसके खाते से 3 दिसंबर से 29 दिसंबर के बीच 55 हजार रूपए खाते से निकाले जाने का पता चला। पासबुक में हुई इंट्री से पता चला कि उसके खाते से हजारों का पेटीएम हुआ है। वहीं हजार रूपए नगदी निकाले गए हैं। इसके बाद उसने शाहपुरा थाने पहुंच कर शिकायत आवेदन दिया था।
20 दिन बाद की एफआईआर-
बदन सिंह ने बताया कि उसके आवेदन देने के बाद शाहपुरा पुलिस ने एफआईआर दर्ज कराने के लिए सायबर थाना भेजा। जहां पर उसे बताया गया कि घटना करने वाले आरोपी की पहचान होने पर थाने में ही एफआईआर दर्ज कराना होगा। इसके बाद वह वापस थाने पहुंचा तो उसे क्राइम ब्रांच भेज दिया गया। यहां से भी वहीं जबाव मिला जो सायबर थाने से मिला था। इस बीच मेने जिस पुलिस अधिकारी को आवेदन दिया था। वह न तो फोन उठा रहे थे और नहीं थाने में मिले। जब मिलते तो खुद अनुज को पकड़ने व उसका पता लगाने की बात कहकर थाने से चलता कर देते थे। थक हार कर मेने एसपी साउथ के कार्यालय पहुंच कर शिकायत की थी। तब जाकर पुलिस ने बीस दिन बाद शनिवार को आरोपी अनुज के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज किया। आरोपी की अब तक गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
यह भी पढ़ें:   ट्रैफिक पुलिस के सामने भूले से मत बोलना हिन्दी हैं हम
Don`t copy text!