आईपीएल पर चल रहे सट्टे की सूचना पर सामने आने लगी सच्चाई, आयकर अधिकारियों को शक आईपीएल की बजाय मामला हवाला कारोबार का
भोपाल। भोपाल पुलिस की सच्चाई तीन दिन बाद सामने आने लगी है। यह सच्चाई उस आईपीएल सटोरियों वाले गैंग से जुड़ी है। यह गिरोह सटोरियों का नहीं बल्कि हवाला कारोबार का है। इस बात के सबूत मामले की जांच कर रहे आयकर अफसरों को मिलने लगे हैं। हालांकि आयकर विभाग का कहना है कि अंतिम जांच बिन्दु आने तक अभी कोई बात कहना जल्दबाजी होगी।
जानकारी के अनुसार इस रैकेट की प्राथमिक सूचना आयकर के एक अफसर ने भोपाल पुलिस के अधिकारी को दी थी। जिसके बाद पुलिस के अफसर ने आरोपियों के ठिकानों पर एक पखवाड़े तक रैकी भी कराई थी। इसके बाद अचानक सिलसिलेवार छापा मारकर आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर पुलिस ने दबिश दी। यह पहला मौका था जब आईपीएल सट्टा पकड़ाने के बाद भोपाल पुलिस ने तुरंत मामले की जानकारी से आयकर विभाग को अवगत करा दिया था। इस रैकेट से लगभग सवा एक करोड़ रुपए नकद मिले थे। इतनी बड़ी राशि आईपीएल सट्टे पर लगने की बात से आयकर विभाग की कार्यप्रणाली पर निशान लगा रही थी। लेकिन, अब परतें खुलने लगी है। सामने यह आ रहा है कि यह गिरोह हवाला कारोबार से जुड़ा है।
यह कहते हुए बचे अफसर
इस मामले में एएसपी अखिल पटेल से प्रतिक्रिया ली गई तो उन्होंने शुरूआत में दावा किया कि यह गिरोह आईपीएल से जुड़ा है। फिर उन्हें बताया गया कि आयकर विभाग के सूत्र बता रहे है कि मामला आईपीएल से नहीं बल्कि हवाला कारोबार से जुड़ा हैं तो उनका कहना था कि सट्टे की रकम हवाला कारोबार से ही भेजी जाती है। इसलिए संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। हमारे पास आईपीएल सट्टे से जुड़े पर्याप्त सबूत मौजूद हैं।
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क्या है मामला
राजधानी पुलिस ने २० अप्रैल, २०१९ की रात को १० आरोपियों को दबोचा था। यह आरोपी लाइव३६५ डॉटकॉम और कृष्णा एक्सचेंज डॉट कॉम के जरिए ऑन लाइन आईपीएल का सट्टा चला रहे थे। इस पूरे नेटवर्क के मामले में मुख्य किरदार कोलार रोड सीआई पार्क निवासी नरेश हेमनानी का है। हेमनानी शहर में बैकरी के संचालक हैं। नरेश दुबई में रहने वाले गिरीश का साला भी है। गिरीश की मदद से ही वह यह कारोबार चला रहा था। पुलिस जांच के बाद गिरीश को भी आरोपी बनाने जा रही है।
यह है आरोपी
इस मामले में विनायक होम्स निवासी ३६ वर्षीय चेतन वाधवानी पिता स्व. माधवदास माधवानी, चेतन का बड़ा भाई ४४ वर्षीय संतोष वाधवानी, शाहजहांनाबाद ईदगाह हिल्स निवासी ३६ वर्षीय सतीश गोपनानी पिता ईश्वरलाल गोपनानी, ४२ वर्षीय कबलजीत सिंह पिता सतनाम सिंह, ६२ वर्षीय जयप्रकाश मंधानी पिता झामनदास मंधानी, कृष्णा सोसायटी निवासी मनोहरलाल तलरेजा पिता स्व0 मुरलीधर उम्र 52, ४० वर्षीय भरत सोनी पिता नाथूराम, भरत का पार्टनर ३२ वर्षीय गौरव राठी पिता स्व0 भगवानदास राठी, रिलायबल कॉलोनी निवासी ३५ वर्षीय संजीत सिंह चावला पिता स्व0 सतनाम सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था। आयकर विभाग की टीम ने वर्धमान कॉलोनी अशोका गार्डन में रहने वाले दिलीप नहलानी के घर भी दबिश दी है। वहां से भी लाखों रुपए का हिसाब मिला है।
यह मिली थी रकम
पुलिस ने छापे की यह कार्रवाई चूना भट्टी से शुरू की थी। इसके बाद कोलार, अशोका गार्डन, शाहजहांनाबाद और हनुमानगंज तक पहुंची। पुलिस ने चेतन के कब्जे से पांच लाख ९० हजार रुपए, १० मोबाइल, चार डेस्कटॉप, एक लैपटॉप, पैन ड्राइव बरामद की है। कबलजीत के कब्जे से पुलिस को ७० लाख पांच हजार रूपए बरामद हुए। जय प्रकाश के कब्जे से पुलिस को पाँच लाख अठ्ठावन हजार दो सौ रुपये, एक मोबाईल समेत आईपीएल से जुड़ा डाटा मिला है। मनोहर लाल जो कि गिरीश दुबई के संपर्क में भी था। उसके कब्जे से दो लाख, ३९ हजार रुपए और एक मोबाइल जब्त करने में कामयाबी मिली। इवेंट संचालक भरत के यहां से पुलिस को २० लाख २२ हजार रुपए, तीन मोबाइल, टीवी, लैपटॉप, एक टेबलेट, डीवीआर समेत अन्य सामान मिला है। आरोपी ने एक दिन पहले नरेश को २० लाख रुपए देना भी कबूला है। इसी तरह गौरव के यहां से पुलिस को नौ लाख रुपए, एक मोबाइल मिला। पुलिस को सर्वाधिक रकम नरेश हेमनानी के यहां से ५६ लाख ५६ हजार सात सौ रुपए मिले। इसके अलावा दो मोबाइल, डायरी, एक कंप्यूटर समेत अन्य सामान मिला। संजीत सिंह के कब्जे से ११ लाख रुपए, दो मोबाइल और सट्टा पर्ची के हिसाब मिलने का दावा किया गया था।