नकली नोट खपाने के लिए रातीबड़ इलाके में पहुंचे तो पुलिस ने दबोच लिया, 22 हजार से अधिक की रकम हुई जब्त
भोपाल। भोपाल के (Fake Currency) देहात क्षेत्र में स्थित रातीबड़ थाना पुलिस ने तीन आरोपियों को दबोचा है। आरोपी नकली नोट छापकर उसे चलाने की योजना पर काम कर रहे थे। आरोपियों के कब्जे से 22 हजार से अधिक नकली नोट बरामद किए गए हैं।
सीएसपी टीटी नगर संभाग उमेश तिवारी के मुताबिक रातीबड़ के आरपीएम रोड पर (Fake Currency) 50 वर्षीय जशरथ सिंह पिता राय सिंह ठाकुर को दबोचा गया। वह नकली नोट की सप्लाई करके वापस लौट रहा था। उसकी तलाशी लेने पर उसके कब्जे से 200 रुपए के पचास नोट पेंट की जेब से निकले। जबकि शर्ट की जेब में एक सौ रुपए असली था। जशरथ मूलत: सीहोर के कोतवाली इलाके का रहने वाला है। फिलहाल वह भोपाल के कोहेफिजा थाना क्षेत्र स्थित दाता कॉलोनी में रहता है। आरोपी से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसे यह (Fake Currency) नोट चलाने के लिए दिए हैं। यह नोट बनाने वाला गिरोह देवास से संचालित हैं। उसकी निशानदेही पर उक्त दोनों आरोपियों को दबोचने के लिए टीम रवाना की गई।
दुकान की आड़ में छप रहे थे नोट
जशरथ को (Fake Currency) जिन्होंने नोट दिए थे उसमें 34 वर्षीय हरिओम तवर पिता रामोतार और 36 वर्षीय कादम हुसैन पिता सलाम खां हैं। हरिओम देवास के हरणगांव थाना क्षेत्र के कुमन गांव का रहने वाला है। जबकि कादम हुसैन मंदसौर के नाहरगढ़ थाना क्षेत्र के दिल्लोद गांव का रहने वाला है। सीएसपी के मुताबिक हरिओम की देवास में मां नर्मदा फोटो स्टूडियो और मोबाइल क्लीनिक नाम से दुकान हैं। इसी दुकान की आड़ में नकली नोट प्रिंट होते थे। दुकान से एक हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए गए जो दो सौ रुपए की शक्ल में थे।
जेल में हुई थी मुलाकात
पुलिस के मुताबिक आरोपियों के खिलाफ नकली भारतीय मुद्रा को चलाकर आर्थिक क्षति पहुंचाने का प्रकरण दर्ज किया गया है। इधर, जांच में पता चला है कि हरिओम वर्ष 2017 में गिरफ्तार हो चुका है। उसे तेंदुआ के शिकरार और खाल बेचने के मामले में दबोचा गया था। वहीं आरोपी कासम हुसैन को इंदौर पुलिस ने एनडीपीएस के मामले में 2017 में गिरफ्तार किया था। यहां दोनों की मुलाकात हुई थी और नकली नोट छापने की योजना बनी थी। हरिओम के खिलाफ देवास के गोपालपुर थाने में मारपीट का भी मामला दर्ज है। इस मामले में आरोपी फरार चल रहा है।