Bhopal News: यदि आप सिम खरीदने जा रहे हैं तो यह समाचार पढ़ लीजिए, जियो और व्हीआई टेलीकॉम कंपनी के सिम एजेंट को पुलिस ने दबोचा, चंद रकम के लिए करते थे यह काम
भोपाल। यदि आप नई सिम खरीदने जा रहे हैं यह समाचार आपको संकट में फंसने से बचा सकता है। मामला मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल का है। यहां भोपाल (Bhopal News) शहर के कोतवाली थाने में धर्म परिवर्तन का प्रकरण दर्ज किया गया था। पीड़ित को फोन करके धर्म बदलने के लिए धमकाया जा रहा था। जब पुलिस ने पड़ताल की तो वह इंटर स्टेट फर्जी तरीके से सिम लेकर उसे बेचने वाले गिरोह का सुराग मिल गया। पुलिस इस मामले में एमपी के सिंगरौली जिले से तीन युवकों को गिरफ्तार कर चुकी है। जबकि राजस्थान के चार व्यक्तियों को पुलिस की तलाश है। यह तलाश राजस्थान पुलिस को भी है।
ऐसे जालसाजों के जुड़ते चले गए तार
यह जानकारी देते हुए सेंट्रल जोन के डीसीपी रियाज इकबाल (DCP Riyaz Iqbal) ने बताया कि 2 जुलाई को कोतवाली स्थित गुर्जरपुरा (Gurjarpura) में रहने वाले नीरज सोनी (Neeraj Soni) ने एफआईआर 170/23 दर्ज कराई थी। उस वक्त मामला धारा 507 धमकाने का दर्ज किया गया था। उसको फोन करके धर्म परिवर्तन करने के लिए उकसाया जा रहा था। इसी मामले की तहकीकात करते वक्त मोबाइल नंबर की जांच की गई। जिसमें सिम की लोकेशन राजस्थान (Rajasthan) के भरतपुर (Bharatpur) जिले में आई। फिर उसे जिसके जरिए खरीदा गया उनके बारे में तहकीकात की गई। संदेही प्रवेश (Pravesh) पिता जगजीवन प्रसाद को नोटिस देकर तलब किया गया। उसने बताया कि बृजेश (Brajesh) पिता रामदयाल के जियो (Jio) और व्हीआई कंपनी (VI Company) की सिम बेचने की आईडी है। व्हीआई की सिम बेचते वक्त वह झांसा देकर जियो के पीओएस में फिंगर लगाकर दूसरी सिम भी एक्टिवेट कर लिया करता था। बृजेश और प्रवेश सिंगरौली (Singrauli) जिले के रहने वाले हैं। इसके बाद नितिन गुप्ता Nitin Guptaपिता श्याम सुंदर गुप्ता के जरिए जाली एक्टिवेट सिम को राजस्थान बेच देते थे। एक बार फिर मामले की जांच राजस्थान पर जाकर टिक गई।
चार आरोपियों की इस कारण हैं तलाश
डीसीपी रियाज इकबाल ने बताया कि बयानों के आधार धारा 420 और सूचना प्रौद्योगिकी कानून की धारा बढ़ाई गई है। इस जांच में एएसआई जगदीश रघुवंशी, गणेश लाल राव, आरक्षक आजाद, अनुराग भार्गव और सायबर टीम के सदस्य मोहन सिंह, दीपेंद्र सिंह और शिवम वर्मा ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। डीसीपी ने बताया कि पुलिस (Bhopal News) को अभी राजस्थान में रहने वाले आसिफ (Asif) पिता राजाक, जहीर पिता आंसू, मेहबूब पिता इशाक और ओसामा पिता हरून की तलाश है। डीसीपी ने बताया कि एक व्यक्ति के नाम पर कितनी सिम अलॉट है यह पता लगाने के लिए संचार साथी वेबसाइट पर जाकर आसानी से पता लगाया जा सकता है। पुलिस की तफ्तीश में पता चला है कि गिरफ्तारा आरोपियों ने कई सिम जाली तरीके से इश्यू कर दी थी। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने नौ फर्जी एक्टीवेट सिम, रजिस्टर, समेत अन्य सामान भी जब्त किया है।
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