Bhopal Property Fraud: थाने ने नहीं की कार्रवाई तो अफसरों से हुई शिकायत के बाद दर्ज किया गया जालसाजी का मामला, नगर निगम के कर्मचारी ने अफसर बताकर दिया धोखा
भोपाल। विधायकों के सरकारी निवास में दो मकानों के लिए करीब सवा पांच लाख रुपए का लेन—देन किया गया। लेकिन, जिस काम के लिए पैसा दिया वह पूरा नहीं हुआ। रकम मांगने पर पिता—पुत्र को धमकी दी जाने लगी। जिसके बाद मामला पुलिस थाने पहुंचा। घटना भोपाल (Bhopal Property Fraud) सिटी के अरेरा हिल्स थाना क्षेत्र की है। थाना पुलिस ने पहले सीधे कार्रवाई नहीं की। परेशान परिवार ने अफसरों से शिकायत भी की। इसके बावजूद भी समाधान नहीं हुआ तो सीएम हेल्प लाइन से परिवार ने मदद मांगी। जिसके बाद थाना पुलिस ने जालसाजी का प्रकरण तो दर्ज कर लिया है। लेकिन, आरोपी की गिरफ्तारी अभी तक नहीं की जा सकी है।
आरोपी को लेकर सस्पेंस बरकरार
अरेरा हिल्स थाना पुलिस के अनुसार 26 जुलाई की रात लगभग नौ बजे 304/22 धारा 420/406 (जालसाजी और गबन का मामला)दर्ज किया गया है। घटनास्थल विधायक विश्राम गृह खंड—2 है। घटना नवंबर, 2015 से शुरु हुई थी। शिकायत हरिप्रकाश गौतम पिता स्वर्गीय ताराचंद गौतम उम्र 62 साल ने दर्ज कराई है। वे मिसरोद स्थित कौशल नगर इलाके में रहते हैं। इस मामले का आरोपी विजय पाटील (Vijay Patil) है। पीड़ित परिवार ने अरेरा हिल्स थाने में अक्टूबर, 2021 में शिकायत की थी। आरोपी ने दो मकान दिलाने के नाम पर पीड़ित परिवार से 5 लाख 20 हजार रुपए ऐंठ लिए थे। थाना पुलिस ने प्रकरण दर्ज नहीं किया तो अफसरों से इसकी शिकायत की गई थी। हरिप्रकाश गौतम (Hari Prakash Gautam) ने बताया कि वे परिचित दिनेश मिश्रा (Dinesh Mishra) के जरिए आरोपी से मिले थे। आरोपी पंचशील नगर स्थित दुर्गा नगर इलाके में रहता है। उसने परिवार से कहा था कि वह नगर निगम में अफसर है। हरिप्रकाश गौतम को यह बातें उसने इसलिए बताई थी, क्योंकि उन्होंने जेएनएनयूआरएम योजना के तहत मकान लेने के लिए आवेदन किया था। उसने दावा किया था कि इसके लिए उसको प्रत्येक मकान के लिए 2 लाख 60 हजार रुपए देने होंगे।
नगर निगम ने बताया जाली रसीद थमाई
हरिप्रकाश गौतम ने अपने अलावा बेटे डॉक्टर आकाश गौतम (Dr Akash Gautam) के नाम पर मकान लेने के लिए पैसे दिए थे। मामले (Bhopal Property Fraud) में मोड़ तब आया जब दो साल पहले सड़क हादसे में परिचित दिनेश मिश्रा की मौत हो गई। यह हादसा मिसरोद थाना क्षेत्र में हुआ था। वह एक बस के पहिए के नीचे आ गया था। जिसके बाद आरोपी विजय पाटील उनसे कन्नी काटने लगा। अरेरा हिल्स थाना पुलिस का कहना है कि आरोपी विजय पाटील भोपाल नगर निगम में दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी है। वह विधायक विश्राम गृह में सफाई का काम करता है। फिलहाल आरोपी अपने घर से गायब है। जिसकी तलाश के लिए टीम जुटी हुई है। जबकि पीड़ित परिवार का दावा है कि आरोपी अक्सर विधायक विश्राम गृह में ही मिला था। रकम भी उसको दी गई थी। आरोपी ने सर्वे नंबर भी उन्हें दिया था। जिसमें मकान अगस्त, 2015 में मिलना था। आरोपी ने छह महीने बाद मिलने का झांसा दिया था। इसके बाद भी मकान नहीं मिला तो पीड़ित परिवार से अतिरिक्त दो लाख रुपए उसने ले लिए थे। अब वह रकम लेकर गायब हैं। जब उन्होंने नगर निगम में जाकर उसकी रसीद की तस्दीक कराई तो वह जाली निकली।
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