Bhopal Death Case: हाइटेंशन लाइन से पतंग उतारते वक्त हुआ था हादसे का शिकार
भोपाल। पतंग उतारते वक्त झुलसे एक मासूम की इलाज के दौरान मौत (Bhopal Death Case) हो गई। वह करीब दो महीने तक जीवन और मौत (Bhopal Electricity Shock Death Case) से निजी अस्पताल में जूझता रहा। घटना मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल की है। पुलिस ने मर्ग कायम कर शव पीएम के बाद परिजनों को सौंप दिया है।
मल्टी से गुजरती है लाइन
ऐशबाग थाना पुलिस ने बताया कि अतुल साकेत (Atul Saket Death Case) पिता संजय साकेत उम्र 7 वर्ष निवासी पुष्पा नगर का रहने वाला था। संजय बारदाना का काम करता है। उसके दो बच्चे है। छोटा बेटा अतुल था। अतुल कक्षा 2 का छात्र था। दो महीने पहले 21 मई को संजय घर पर नहीं था। उसकी मां और दोनों बच्चे घर पर थे। शाम करीब 5—6 बजे दोनों बच्चे घर के बाहर खेल रहे थे। तभी अचानक अतुल की नजर सामने बनी मल्टी की छत पर फंसी पतंग पर पड़ी थी। दोनों भाई उसे उतारने के लिए छत पर पहुंचे थे। जहां पतंग फंसी थी वह हाइटेंशन लाइन (Bhopal Hightension Light Death Case) थी।
भाई आज भी सदमे में
परिजनों ने पुलिस को बताया कि पतंग हाईटेंशन लाईन के तारों पर झूल रही थी। तारों की छत से ज्यादा दूरी नहीं थी। अतुल ने हाथ से पतंग का धागा खींचा था। पतंग के साथ बिजली का तार भी उसकी और आ गया था। हाई वॉल्टेज होने के कारण अतुल उसकी तरफ खींचा चला गया। जिससे उसे जोरदार झटका लगा था। घटना के वक्त उसका भाई भी साथ था। जिसने मां को घटना की जानकारी दी थी। परिजन आरआर अस्पताल लेकर पहुंचे। झुलसने के कारण अतुल 80 प्रतिशत जल चुका था। शनिवार सुबह 10 बजे उसे हमीदिया अस्पताल रैफर कर दिया गया। जहां चार दिन चले इलाज के बाद मंगलवार शाम 7 बजे डॉक्टरों ने उसको मृत घोषित कर दिया।
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