पुलिस के गले नहीं उतर रहा फरियादी का बयान, क्राइम ब्रांच भी करेगी मामले की जांच
भोपाल. राजधानी भोपाल के कोतवाली इलाके में हुई लूट और गोलीकांड की घटना ने पुलिस ने उलझा कर रख दिया है। फरियादी का बयान पुलिस के गले नहीं उतर रहा है। अग्रवाल ज्वैलर्स के मालिक जगमोहन अग्रवाल शनिवार शाम चौक बाजार स्थित अपनी दुकान से घर जा रहे थे। उसी दौरान तीन बदमाशों ने उनके साथ चल रहे ड्राइवर अब्दुल रहमान से बैग छीनने की कोशिश की। जब वो कामयाब नहीं हुए तो बदमाशों ने अब्दुल रहमान पर ताबड़तोड़ फायर कर दिए। एक के बाद एक तीन गोलियां मारी और बाइक से भाग निकले। भीड़भाड़ वाले बाजार में हुई इस घटना से सनसनी फैल गई। अब्दुल को तत्काल नजदीकी निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
तथ्य जिनसे गहराया संदेह
जिसके बाद देर रात जगमोहन अग्रवाल कोतवाली थाने पहुंचे। जहां शुरुआत में उन्होंने ड्राईवर को गोली मारे जाने की बात कहीं। जिसके बाद लंबी पूछताछ के बाद उन्होंने बताया कि बदमाश बैग छीन कर ले गए है। लेकिन उस बैग में पैसा और जेवरात नहीं थे। वो तो महज टिफिन का बैग था। यानि बदमाश टिफिन लूटकर ले गए है। यही बात पुलिस को हजम नहीं हो रही है। यदि बैग में खाली टिफिन ही थे तो अब्दुल ने उसे बचाने के लिए अपनी जान दांव पर क्यों लगा दी। साथ ही जगमोहन अग्रवाल ने लूट की बात छिपाने की कोशिश क्यों की।
पुलिस खंगाल रही सीसीटीवी फुटेज
क्राइम ब्रांच करेगी जांच
चुनावी समय में हुई इस घटना से सियासी पारा चढ़ गया है। लिहाजा सरकार एक्शन में है। पुलिस के आला अधिकारी मामले की मॉनिटरिंग कर रहे है। घटना की जांच क्राइम ब्रांच को भी सौंप दी गई है। अब थाना पुलिस और क्राइम ब्रांच अलग-अलग एंगल से जांच में जुट गई है। अग्रवाल ज्वैलर्स पर लगे सीसीटीवी के फुटैज भी खंगाले जा रहे है। साथ ही अग्रवाल के यहां पहले काम करने वाले कर्मचारियों की तलाश भी की जा रही है।
ठंडे पड़े व्यापारियों के तेवर
रविवार सुबह से ही सराफा कारोबारी इस घटना को लेकर आक्रोशित थे। व्यापारियों ने सोमवार को बाजार बंद रखने का ऐलान किया था। लेकिन शाम होते-होते विरोध की आग ठंडी पड़ गई और प्लान बदल दिया गया। अब सोमवार को कारोबारी पुलिस को ज्ञापन सौंपकर बदमाशों की जल्द गिरफ्तारी की मांग करेंगे।
ड्राइवर की हालत नाजुक
घायल अब्दुल रहमान को चिरायु हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। डॉक्टर्स ने उसके शरीर से तीनों गोली निकाल दी है। वहीं उसे देखने के लिए नेताओं के हॉस्पिटल पहुंचने का सिलसिला जारी है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मंत्री आरिफ अकील भी हॉस्पिटल पहुंचे थे।