लोकायुक्त भोपाल की टीम ने तहसील कार्यालय से पटवारी को रंगे हाथों दबोचा
भोपाल। भोपाल लोकायुक्त पुलिस (Bhopal Lokyukta Trape) ने रिश्वत लेते हुए एक पटवारी को रंगे हाथों दबोचा हैं। आरोपी कांग्रेस नेता मुन्नवर कौसर के पेट्रोल पंप की जमीन को डायवर्सन कराने के बदले पैसा मांग रहा था।
यह जानकारी देते हुए भोपाल लोकायुक्त पुलिस निरीक्षक सलिल शर्मा ने बताया कि भोपाल शहर के देहात क्षेत्र बैरसिया इलाके के ग्राम दुपडिय़ा निवासी नफीस खान पिता रफीक उम्र 32 साल ने पंप डायवर्सन के लिए 17 मई को आवेदन किया था। पहले तो फाइल लटकाई गई। जब पूछा गया तो (Bhopal Lokyukta Trape) रिश्वत मांगी गई। यह रिश्वत पटवारी राम विलास वर्मा ने मांगी थी। वह पांच हजार रुपए देने पर ही फाइल को आगे बढ़ाने की धमकी दे रहा था। इस मामले की नफीस ने लोकायुक्त पुलिस थाने में जाकर शिकायत कर दी। जहां यह पटवारी बैठता हैं वहां से लगभग एक किलोमीटर के फासले में ही लोकायुक्त पुलिस थाना भी है। जानकारी लगने के बाद लोकायुक्त पुलिस ने उससे तोड़ कराने का प्रयास किया। यह तोड़ फोन पर किया गया जिसको रिकॉर्ड किया गया। वह तीन हजार रुपए में तैयार हो गया।
भ्रष्टाचार निवारण मामला दर्ज
यह पहला मौका नहीं है जब कलेक्ट्रोरेट कार्यालय या फिर उसके आस-पास जिला प्रशासन का अफसर रिश्वत (Bhopal Lokyukta Trape) लेते हुए पकड़ाया हो। इससे पहले आधा दर्जन अफसर पकड़े जा चुके हैं। राम विलास को रिश्वत उसके कार्यालय में दी गई। जहां पहले से घात लगाकर बैठी लोकायुक्त पुलिस ने पटवारी को दबोच लिया। आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। इधर, जिला प्रशासन ने भी पटवारी की रिपोर्ट आला अधिकारियों को भेज दी है। रिपोर्ट में रिश्वत लेने से संबंधित जानकारी भेजी गई है। वहीं लोकायुक्त पुलिस ने पेट्रोल पंप से जुड़ी नस्तियां भी जब्त कर ली है। ताकि वास्तविकता का पता लगाकर कार्रवाई की जा सके।